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जब असद बना था सलमान... दिल्ली में मिले फर्जी आधार कार्ड से कई खुलासे

जैसे-जैसे उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस की जांच आगे बढ़ रही रही वैसे-वैसे नए खुलासे हो रहे हैं. असद और शूटर मोहम्मद गुलाम को लेकर पुलिस ने नया खुलासा किया है. साथ ही पुलिस शाइस्ता की तलाश में लगी हुई है. पुलिस को शूटर गुड्डू मुस्लिम की भी तलाश है.

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शूटर मोहम्मद मुस्लिम और असद अहमद (File Photo).
शूटर मोहम्मद मुस्लिम और असद अहमद (File Photo).

अतीक के बेटे असद अहमद और मोहम्मद गुलाम का 13 अप्रैल को यूपी पुलिस ने झांंसी जिले में एनकाउंटर कर दिया था. पुलिस का कहना था दोनों को जिंदा पकड़ने का प्रयास किया गया था, लेकिन दोनों ने गोलियां चलाईं और जवाबी कार्रवाई में दोनों ढेर हो गए थे. अब असद अहमद और मोहम्मद गुलाम को लेकर नया खुलासा हुआ है. सामने आया है कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद पहचान छिपाने के लिए असद और गुलाम ने  फर्जी आधार कार्ड बनवाए थे.

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असद का नाम था सलमान मंसूरी, गुलाम बना था तौफीक

पुलिस के मुताबिक, प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद असद और गुलाम छिपते फिर रहे थे. पहले दोनों बाइक से कानपुर पहुंचे थे. फिर यहां से बस में सवार होकर दिल्ली रवाना हो गए थे. दिल्ली पहुंचने पर दोनों अतीक के पुराने ड्राइवर के पास आकर रुके थे. इसी करीबी की मदद से दिल्ली के बाटला हाऊस इलाके के एड्रेस पर असद और शूटर गुलाम का फर्जी आधार कार्ड बनवाया गया था. फर्जी आधार कार्ड में असद का नाम सलमान मंसूरी और शूटर गुलाम का नाम तौफीक अली लिखाया गया था.

असद का एनकाउंटर.
असद का एनकाउंटर.

यहां हुआ था दोनों का एनकाउंटर

असद और गुलाम का झांसी से 30 किलोमीटर दूर बड़ागांव और चिरगांव के पास एनकाउंटर हुआ था. झांसी और कानपुर हाइवे पर मौजूद पारीछा बांध के पास असद और मोहम्मद गुलाम छिपे बैठे थे. तभी पुलिस ने उन्हें घेर लिया था. जब पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने को कहा तो उन्होंने फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में दोनों ढेर हो गए थे.

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किसने किया एनकाउंटर ?

डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल के नेतृत्व में यूपी एसटीएफ की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था. नवेंदु कुमार, डिप्टी एसपी विमल कुमार के अलावा एनकाउंटर करने वाली टीम में डिप्टी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, निरीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार राय, उप निरीक्षक विनय तिवारी, मुख्य आरक्षक पंकज तिवारी, सोनू यादव, सुशील कुमार, भूपेंद्र सिंह, कमांडो अरविंद कुमार, कमांडो दिलीप कुमार यादव शामिल रहे थे.

अतीक और अशरफ की हुई थी हत्या

वहीं, माफिया अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. दोनों को 18 गोलियां मारी गई थीं. हत्या करने वाले तीनों युवकों ने तत्काल सरेंडर कर दिया था. तीनों का कहना था कि अतीक और अशरफ की हत्या करने का पीछे उनसे भी बड़ा डॉन बनना मकसद था.

शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम की तलाश जारी

अतीक की पत्नी और शूटर गड्डू मुस्लिम की तलाश में पुलिस जुटी हुई है. मगर, दोनों ही पुलिस की गिरफ्त में अभी तक नहीं आ सके हैं. पुलिस का कहना है कि बीते दिनों पुलिस ने हटुआ गांव में शाइस्ता की धरपकड़ के लिए रेड की थी, लेकिन वहां के लोगों ने पुलिस का रास्ता रोक लिया था. पुलिस का कहना है कि इन दोनों के मिलने के हर संभावित इलाके में रेड मारी जा रही है. 

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