माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में तफ्तीश जारी है. एसआईटी और न्यायिक आयोग की टीम के बाद फॉरेंसिंक टीम ने तफ्तीश की. फॉरेंसिंक टीम ने बाइक गिरा क्राइम सीन क्रिएट किया. इससे पहले न्यायिक आयोग ने मौके पर पूरी वारदात की पड़ताल की. धूमनगंज के SHO और जख्मी सिपाही से सवाल-जवाब किए गए.
अतीक और अशरफ के हत्याकांड के घटनाक्रम को समझने के लिए क्राइम सीन रीक्रिएट किया जा रहा है. अधिकारी अहम दस्तावेज लेकर पहुंचे हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मिलान किया जा रहा है. जांच अधिकारी नक्शे का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. घटनास्थल पर जांच में सहयोग के लिए SHO और घायल सिपाही को भी बुलाया गया है ताकि उस दिन क्या हुआ था? ये समझा जा सके.
नकली अतीक और अशरफ को लाई पुलिस
प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर क्राइम सीन रीक्रिएट किया गया. नकली अतीक-अशरफ को मौका-ए-वारदात पर लाया गया है और 15 अप्रैल की रात में जो कुछ भी हुआ, उसे दोहराया जा रहा है. जांच अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर ये पता लगाने में जुट गई है कि 15 अप्रैल को इसी जगह पर 3 शूटरों ने अतीक और अशरफ को कैसे मारा था?
पुलिस ने रीक्रिएट किया मर्डर सीन, घटनास्थल पर मौजूद FSL की टीम. @Simerchawla20 @aap_ka_santosh @iSamarthS #AtiqAhmed #SayeedAnsari #AtiqHatyakand pic.twitter.com/sol0xoOs6y
— AajTak (@aajtak) April 20, 2023
अतीक और अशरफ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी पड़ताल
देश को हैरान कर देने वाला ये हत्याकांड कैसे अंजाम दिया गया इसका पता लगाने के लिए घटना स्थल पर SIT की टीम ने एक्शन शुरू कर दिया. प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में पहुंची SIT की टीम के साथ फोरेंसिक टीम भी मौजूद है, जो लखनऊ से बुलाई गई है. फॉरेंसिक टीम के हाथों में अतीक और अशरफ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी है.
न्यायिक आयोग ने भी किया मौके का मुआयना
15 अप्रैल की रात प्रयागराज के इसी कॉल्विन अस्पताल में अतीक-अशरफ की हत्या हुई थी. 6 दिन बाद पहले एसआईटी जांच के लिए पहुंची और फिर वो न्यायिक आयोग जो डबर मर्डर की जांच कर रहा है. आयोग के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश अरविंद कुमार त्रिपाठी, पूर्व न्यायाधीश बृजेश कुमार सिंह और पूर्व डीजी सुबेश कुमार सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया.
SHO और घायल सिपाही को भी बुलाया गया
अतीक और अशरफ की हत्या के घटना क्रम को समझने के लिए मौके पर SHO धूमनगंज राजेश मोर्य और फायरिंग में घायल सिपाई मान सिंह को भी लाया गया. अतीक और अशरफ के हत्यारे फिलहाल पुलिस कस्टडी में हैं. उनसे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने जांच अधिकारियों को जो जानकारी दी है, उसे मौका ए वारदात के हालातों से जोड़ा जा रहा है.
सबसे खतरनाक है सनी सिंह
अतीक अहमद और अशरफ को मारने वाले 3 शूटरों (सनी, लवलेश और अरुण) ने पूछताछ में बड़े खुलासे किए हैं. तीनों से पुलिस ने 8 घंटे पूछताछ की, जिसके बाद पुलिस ने सनी सिंह को सबसे खतरनाक बताया. सनी सिंह ने पुलिस को बताया कि दिल्ली के गैंगस्टर ने मई 2021 में ये पिस्टल दी थी, जिस गैंगस्टर ने सनी को पिस्टल दी थी वो दिसंबर 2021 में वो मारा गया.
सनी सिंह ने कहा कि वो खुद ही डॉन है और उसका कोई आका नहीं है. सुंदर सिंह भाटी गैंग से करीबी पर सनी बोला कि हमीरपुर जेल में रहते हुए वो सुंदर भाटी गैंग के संपर्क में आया था. सनी ने पुलिस को ये भी बताया कि उसी ने बाकी
दोनों शूटरों को इकट्ठा किया. इस पूछताछ के बाद पुलिस ने सनी सिंह को सबसे खतरनाक बताया.
अरुण और लवलेश ने किया ये खुलासा
दूसरे शूटर अरुण मौर्य ने बताया कि पानीपन के दोस्त ने उसे पिस्टल दी थी. उसे पता नहीं था कि ये पिस्टल 10 लाख रुपये की है, लेकिन उसे ये पता था कि जिस पर ये चलेगी वो बचेगा नहीं. तीसरे शूटर लवलेश तिवारी से भी पुलिस ने पूछताछ की और बताया कि उसने पैसे और प्रसिद्धि के लिए अतीक और अशरफ को मारा था. लवलेश तिवारी ने खुद को कट्टर हिंदूवादी और परशुराम का वंशज बताया है.