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लॉकअप में रातभर सदमे में बैठा रहा अतीक, बेटे के जनाजे में भी नहीं हो पाएगा शामिल

प्रयागराज में हुई उमेश पाल की हत्या के मामले में फरार चल रहे माफिया डॉन अतीक अहमद के इनामी बेटे असद को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया है. असद का शूटर गुलाम भी इस मुठभेड़ में मारा गया है. खबर है कि अतीक अहमद बेटे असद के जनाजे में शामिल नहीं हो पाएगा.

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बेटे असद के जनाजे में भी शामिल नहीं हो पाएगा अतीक (फोटो- पीटीआई)
बेटे असद के जनाजे में भी शामिल नहीं हो पाएगा अतीक (फोटो- पीटीआई)

उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर मोहम्मद गुलाम को गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने झांसी में एनकाउंटर के दौरान मार गिराया. अतीक अहमद के परिवार के सदस्य या तो जेल में हैं या फिर फरार, ऐसे में सवाल उठता है अब असद का अंतिम संस्कार कैसे होगा और कौन करेगा ? दरअसल अतीक अहमद असद के जनाजे में जाना चाहता था लेकिन कानूनी पेंच होने की वजह से मंजूरी नहीं मिल पाई. गुरुवार को देर होने की वजह से कोर्ट में पत्र दाखिल नही हो पाया और आज कोर्ट बंद है. ऐसे में असद के नाना हारून और उसके मौसा डॉक्टर उस्मान उसकी बॉडी को झांसी से प्रयागराज लाएंगे.

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LIVE UPDATES

7.30 AM- अतीक ने अपने बेटे और गुलाम को बचाने के लिए अबू सलेम सहित एक नेता से मदद को थी जिसमे अतीक ने अपने बेटे के लिए सारे संपर्क इस्तेमाल किए. एनकाउंटर की जगह पहले भी गुड्डू मुस्लिम 26 फरवरी को आया था और छिपा रहा था.

6.40 AM- बेटे असद के एनकाउंटर से रात भर सदमे में बैठा रहा माफिया अतीक अहमद. असद को उसके गुर्गे छोटे सांसद कह कर बुलाते थे.

6.00 AM- अतीक और अशरफ अहमद प्रयागराज के धूमनगंज थाने में पूरी रात रहे. पुलिस ने दोनों की पांच दिनों की कस्टडी रिमांड ली है और आज रिमांड का है दूसरा दिन है. दोनों को आम कैदी की तरह लॉकअप में रखा गया. लॉकअप में अतीक अशरफ को कंबल दिया गया. दोनों ही मच्छरों से परेशान नजर आए और पुलिस से मच्छरों को भगाने के लिए मार्टीन भी मांगी.

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3.54 AM- अतीक और अशरफ को प्रयागराज के धूमनगंज में उमेश पाल मर्डर केस की पूछताछ के लिए लाया गया है. थाने के अंदर चल रही है घंटों से पूछताछ. धूमनगंज थाने की तरफ से जाने वाले दोनों रास्तों को बैरिकेडिंग से रोका गया. पुलिस की गाड़ियों की ही थाने के पास जाने की एंट्री है, बाकी और गाड़ियों की एंट्री पर रोक है.

2.10 AM-  झांसी मेडिकल कॉलेज के पोस्मार्टम हाउस में असद ओर गुलाम का पोस्टमार्टम हुआ. डॉक्टर अस्पताल से बाहर निकल गए हैं. सुबह असद और गुलाम की बॉडी पोस्टमार्टम हाउस के बाहर निकाली जाएगी.

2.16 AM- फतेहपुर जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार की रात को पुलिस ने अतीक के करीबी सपा नेता हाजी रजा और जमीन के कारोबारी हाजी रफी सहित अन्य 37 ठिकानों में छापेमारी की कार्रवाई की है. पुलिस की इस कार्रवाई से अतीक के करीबियों में हड़कंप मचा हुआ है.

1.29 AM-  धूमनगंज थाने के लॉकअप में एक साथ बैठे है अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अहमद.

अंतिम संस्कार पर क्या कहता है कानून?

वही मोहम्मद गुलाम के परिवार ने भी घर पर बुलडोजर चलने के दौरान बयान दिया था कि अगर पुलिस एनकाउंटर में मोहम्मद गुलाम मारा जाता है तो वह ना चेहरा देखेंगे ना शव को लेंगे. ऐसे में अब सवाल मोहम्मद गुलाम के अंतिम संस्कार का भी खड़ा होता है.असद और मोहम्मद गुलाम का अंतिम संस्कार कौन, कब और कैसे करेगा? क्या कहता है कानून-

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1- कानूनी प्रक्रिया के तहत, पहले जब अज्ञात शव होगा, तो शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद  बॉडी 3 दिन तक पोस्टमार्टम हाउस में रखी जाएगी.

2- शव की शिनाख्त कराने की कोशिश की जाएगी और 3 दिन तक परिजनों का इंतजार होगा.

3- तीन दिन बाद भी अगर कोई शव को लेने नहीं आता है तो पुलिस सरकारी खर्च से शव का अंतिम संस्कार कराती है.


अतीक का परिवार ही फरार

लेकिन यहां परिस्थितियां उलट है असद की पहचान है परिजनों की जानकारी है लेकिन शव लेने कौन आएगा? क्योंकि असद के परिवार में सिर्फ उसकी मां शाइस्ता परवीन जेल से बाहर है लेकिन वह 50,000 की इनामी है और पुलिस को उसकी तलाश है. वही उसके दो भाई है, लेकिन वह बाल संरक्षण गृह में हैं और नाबालिग हैं.

ऐसी परिस्थिति में यूपी पुलिस के रिटायर्ड आईजी आरके चतुर्वेदी का कहना है मामला एनकाउंटर का है, लिहाजा पुलिस डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया और इसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई. पोस्टमार्टम के बाद असद और मोहम्मद गुलाम के परिजनों को पुलिस लिखित तौर पर सूचना देगी कि उनके शव झांसी के पोस्टमार्टम हाउस में रखे हैं.

कानूनी प्रकिया

असद के मामले में पुलिस इसकी सूचना अतीक अहमद को जेल में देगी. चूंकि अतीक अहमद के परिवार में सिर्फ उसकी पत्नी जेल के बाहर है लेकिन पुलिस को उसकी तलाश है. ऐसे में अगर अतीक अहमद अपने किसी रिश्तेदार को शव देने के लिए नामित करता है तो वह उसका शव लेकर अंतिम संस्कार करेगा. अतीक अहमद पुलिस कस्टडी रिमांड में है, ऐसे में कोर्ट को सूचित कर अतीक अहमद से असद के शव का अंतिम संस्कार कराया जा सकता है.

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इसके बाद भी अगर अतीक अहमद शव का अंतिम संस्कार कराने से मना करता है या मजबूरी जाहिर करता है, तो पुलिस झांसी की मुस्लिम इंतजामिया कमेटी से गुजारिश कर उसके शव का अंतिम संस्कार करा सकती है. बता दें कि यहां अतीक के ससुर, यानि असद के नाना और मौसा उसका शव लेने झांसी जा रहे हैं.  असद और मोहम्मद गुलाम के लिए शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए 3 दिन इंतजार के बाध्यता नहीं होगी.

अतीक के परिवार पर हैं ये केस

1-माफिया अतीक लगा चुका है अपराध का शतक (100 केस दर्ज हो चुका है अब तक)

2-भाई अशरफ अर्धशतक पार (52 केस दर्ज है)

3-बीवी पर 3, बेटे अली पर 4, उमर पर 1 केस दर्ज है.

4- बेटा असद पर उमेश पाल हत्याकांड में ढेर हो चुका है.

 कहा जा रहा है कि यूपी पुलिस के मुताबिक अवैध ठेका,टेंडर और अपराध का धंधा बंद होने से हर साल अतीक अहमद गैंग को  12 सौ करोड़ का नुकसान हो रहा है.

 

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