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'जहां तुम्हारा बाजा बजाकर स्वागत किया था वहीं...', अतीक अहमद का धमकी भरा ऑडियो आया सामने

उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद के वकील को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. इस मामले में आरोपी अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में 15 अप्रैल को तीन शूटर्स ने हत्या कर दी थी. इस वारदात के बाद अतीक के कई वीडियो और ऑडियो सामने आए हैं. इसी कड़ी में उसका एक और ऑडियो सामने आया है. जिसमें वो एक नेता को धमकी देता सुनाई दे रहा है.

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अतीक अहमद की फाइल फोटो.
अतीक अहमद की फाइल फोटो.

उमेश पाल हत्याकांड में एक और शख्स को आरोपी बनाया गया है. ये कोई और नहीं बल्कि अतीक का वकील खान सोलत हनीफ है. हनीफ पर आपराधिक साजिश रचने का आरोप है. उसे उमेश पाल की किडनैपिंग केस में पहले ही दोषी करार देते हुए कोर्ट उम्र कैद की सजा सुना चुकी है. इस सबके बीच अतीक का एक ऑडियो सामने आया है.

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ये ऑडियो एक साल पहले उस वक्त का जब अतीक गुजरात की साबरमती जेल में बंद था. वहां से उसने मुंबई के एक नेता आसिफ को फोन पर धमकी दी थी. अपशब्दों के साथ अतीक फोन पर ये कहता सुनाई दे रहा है, "मैं अतीक बोल रहा हूं, कहां हो, इलाहाबाद हो. इसके बाद आसिफ कहता है, "नहीं, भाई मुंबई में हूं". 

'जहां तुम्हारा बाजा बजाकर स्वागत किया था वहीं...'

फिर अतीक कहता है, "जहां तुम्हारा बाजा बजाकर स्वागत किया था वहीं... पैर तोडूंगा. अब तू 10 करोड़ देगा, घर बेच, गाड़ी बेच, कुछ कर". अतीक की इस बातचीत से समझा जा सकता है कि वो कैसे अपनी आवाज और अंदाज से लोगों में दहशत भर देता था. इसके बाद उनकी जमीन कब्जा करता था और रंगदारी वसूलता था. बता दें कि आजतक इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.

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असद और शाइस्ता का एक वीडियो सामने आया था

इससे पहले बीते दिनों अतीक अहमद के बेटे असद और पत्नी शाइस्ता का एक वीडियो सामने आया था. कहा जा रहा है कि अतीक के समर्थक इस वीडियो शेयर कर रहे हैं. वीडियो में असद अपनी मां शाइस्ता के पास बैठा नजर आ रहा है. बुर्के में शाइस्ता के हाथ में कुछ पेपर दिख रहे हैं. 12 सेकेंड वाला यह वीडियो कब का है, इसकी पुष्टि नहीं हुई है. 

22 दिसंबर 2016 का भी एक वीडियो हो रहा वायरल

इसके साथ ही अतीक का एक और वीडियो सामने आया है. ये साल 2016 का है. दरअसल, 2017 विधानसभा चुनाव से पहले 22 दिसंबर 2016 को अतीक ने अपनी सियासी फील्ड बनाने के लिए कानपुर में जबरदस्त एंट्री की थी. उस समय लगभग 1500 सौ गाड़ियों के काफिले के साथ वो अपने दबंग समर्थकों को लेकर कानपुर पहुंचा था.

22 दिसंबर की दोपहर को जब अतीक ने अपने काफिले के साथ कानपुर में प्रवेश किया तो जाजमऊ, चकेरी, लाल बंगला जैसे इलाकों में कई किलोमीटर का जाम लग गया था. आलम यह था कि उसके दबंग समर्थक रूट बदलकर शहर में अपनी लग्जरी गाड़ियों से चारों तरफ घुस गए थे. इस दौरान रोड पर कई एंबुलेंस फंस गई थीं, लोग बेहाल थे लेकिन अतीक या उसके समर्थकों को इसकी कोई फिक्र नहीं थी.

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'अच्छे लोग बाहुबली होते हैं, भगवान को भी बाहुबली कहते हैं'

इसके बाद जब अतीक सपा विधायक इरफान सोलंकी के घर पहुंचा तो शहर में जाम लगने के सवाल पर जवाब दिया था, "मैं क्या करता, क्या साइकिल से आता". बात यहीं खत्म नहीं हुई. जब मीडिया ने कहा कि आप बहुबली हैं तो अतीक ने इस शब्द की अपने मनमाफिक परिभाषा भी गढ़ी. उसने कहा, "अच्छे लोग बाहुबली होते हैं. भगवान को भी बाहुबली कहते हैं".

 

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