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उमेश पाल हत्याकांड के बाद से गायब हैं अतीक अहमद के दो बेटे? हाईकोर्ट पहुंची बाहुबली की पत्नी शाइस्ता परवीन

अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है. शाइस्ता ने अपने दोनों नाबालिक बेटे एहजम अहमद और अबान अहमद को पेश करने के लिए हाईकोर्ट में अर्जी डाली है. इसको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में 13 मार्च को सुनवाई होगी.

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अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की

उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद के परिवार की मुसीबत ज्यादा बढ़ गई है. पहले से आधा परिवार जेल में बंद है तो हत्याकांड के बाद परिवार के बाकी सदस्य गायब हैं. हत्याकांड के पहले से ही अतीक अहमद साबरमती जेल में बंद हैं. अतीक के पांच बेटों में बड़ा बेटा उमर और दूसरे नंबर का बेटा अली अहमद जेल में बंद है. तीसरा बेटा असद उमेश पाल हत्याकांड में फरार है. वहीं चौथे और पांचवें बेटे एहजम अहमद और अबान अहमद का भी अता-पता नहीं है. अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का दावा है कि दोनों नाबालिग बेटे गायब हैं. 

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इसको लेकर अब अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है. शाइस्ता ने अपने दोनों नाबालिक बेटे एहजम अहमद और अबान अहमद को पेश करने के लिए हाईकोर्ट में अर्जी डाली है. इसको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में 13 मार्च को सुनवाई होगी. शाइस्ता ने अपने दोनों नाबालिक बेटों को हाजिर करने की मांग की है. आरोप है कि उनके दोनों बेटों को पुलिस ने गायब कर दिया है. 

गौरतलब है कि 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य साथियों पर केस दर्ज कराया था. मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है.

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एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट में अब 13 मार्च को सुनवाई

बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड मामले की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट में भी चल रही है. इसको लेकर शुक्रवार को भी बचाव पक्ष की ओर से बहस पूरी नहीं हो सकी. जिसके चलते अब मामले में 13 मार्च को भी सुनवाई जारी रहेगी. बचाव पक्ष के अधिवक्ता आगे की बहस जारी रखेंगे. दरअसल, कोर्ट में बाहुबली अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ समेत कई अन्य अभियुक्तों पर केस चल रहा है. उमेश पाल 25 जनवरी 2005 को हुए बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के चश्मदीद गवाह थे. इसी मामले में आरोपी अतीक अहमद, अशरफ व अन्य ने उमेश पाल का 2006 में अपहरण किया था. बसपा सरकार बनने के बाद 2007 में उमेश पाल ने इनके खिलाफ केस दर्ज कराया था.

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