माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को पुलिस घेरे में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. वारदात को तीन युवकों ने अंजाम दिया, जो पत्रकार बनकर पुलिस के काफिले के नजदीक पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस दौरान करीब 18 राउंड गोलियां चलीं, जिनमें से 8 गोली अतीक अहमद को लगीं. ये बात अतीक के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई है.
दरअसल, रविवार दोपहर बाद अतीक और अशरफ का पोस्टमार्टम किया गया. जिसकी रिपोर्ट आने पर यह बात सामने आई कि शूटआउट के दौरान उसके शरीर में कुल 8 गोलियां लगी हैं. वहीं अशरफ को 5 गोलियां लगी हैं. दोनों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए हैं. अतीक और अशरफ के शवों का पोस्टमार्टम चार डॉक्टरों के पैनल ने किया है. इस दौरान पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है.
अतीक को कहां-कहां लगी गोलियां?
- एक सिर में
- एक गर्दन में
- एक छाती में
- एक कमर में
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अशरफ को कहां-कहां लगी गोलियां?
-एक गले में
-एक बीच पीठ में
-एक कलाई में
-एक पेट में
-एक कमर में
तीन गोलियां अशरफ के शरीर के अंदर मिली हैं और दो आर पार हो गईं.
पोस्टमार्टम करने वाले पैनल में शामिल टीम के नाम?
1. डॉ दीपक तिवारी
2. डॉ बृजेश पटेल
3. रविंद्र सिंह (डिप्टी सीएमओ)
4. डॉ दिनेश कुमार सिंह (असिस्टेंट प्रोफेसर, फॉरेंसिक)
5. वीडियोग्राफर- रोहित कनौजिया
बता दें कि अतीक और अशरफ प्रयागराज पुलिस की कस्टडी में थे. जिस वक्त उनकी हत्या की गई, उस वक्त उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल लाया गया था. उनके चारों ओर यूपी पुलिस के जवान भी मौजूद थे. इस दौरान जब मीडिया अतीक और अशरफ से सवाल पूछ रही थी, तभी पत्रकार बनकर आए हमलावरों ने ताबड़तोड़ 18 राउंड फायरिंग की. जिसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
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तीनों हमलावर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए
कोर्ट ने अतीक-अशरफ के तीनों हमलावरों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. दरअसल, पुलिस ने तीनों को वारदात के समय ही मौके से दबोच लिया था. तीनों को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल किया और इस हत्याकांड को अंजाम देने का कारण भी बताया. इन तीनों की जब पुलिस ने क्राइम कुंडली खंगाली तो ये लोग हिस्ट्रीशीटर मिले. इन पर पहले से ही कई मामले दर्ज मिले.
कसारी-मसारी के कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा
प्रयागराज के कसारी मसारी के कब्रिस्तान में अतीक और अशरफ के लिए कब्र खोदी गई है. दोनों को आज यहीं पर दफनाया जाएगा. इससे पहले कल शनिवार को अतीक अहमद के बेटे असद को भी इसी कब्रिस्तान में दफन किया गया है. असद के शव को शनिवार की सुबह ही झांसी से प्रयागराज लाया गया था. उसे यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र में एक एनकाउंटर के दौरान ढेर कर दिया था.
हत्यारों की हुई पहचान
अब तक की पूछताछ में पता चला है कि अतीक और अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य कासगंज का निवासी है. वहीं तीसरा आरोपी सनी हमीरपुर जनपद से है. पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना यही पता बताया है. पुलिस उनके बयानों को वेरिफाई कर रही है. जांच में एक बात तो साफ हो गई है कि तीनों आरोपी अतीक और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज आए थे.
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बड़ा माफिया बनना चाहते थे आरोपी
अतीक और अशरफ पर गोली चलाने वाले तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि आरोपियों पर पहले कहां-कहां और किस तरह के मामले दर्ज हैं. पूछताछ में आरोपी बता रहे हैं कि वो बड़ा माफिया बनना चाहते हैं इसलिए वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों ने बताया, 'कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे, बड़ा माफिया बनना है इसलिए हत्याकांड को अंजाम दिया.' हालांकि पुलिस अभी पूरी तरह से इनके बयानों पर भरोसा नहीं कर रही है.
मर्डर के बाद किया था सरेंडर
अतीक और अशरफ की हत्या करने के बाद तीनों ही हमलावरों ने तत्काल सरेंडर कर दिया था. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें गिरफ्तार किया. मौके से तीन बंदूक कारतूस मिले हैं. आरोपियों के पास से एक कैमरा, एक माइक आईडी भी बरामद हुई है. घटना के बाद से यूपी में हाई अलर्ट घोषित किया गया है. संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्ती बढ़ा दी गई है. पुलिस का प्रयास है कि किसी भी तरह से माहौल न बिगड़ने दिया जाए.