उत्तर प्रदेश के देवरिया में सोमवार को दिल दहला देने वाली वारदात हुई थी. जमीन विवाद में एक व्यक्ति की हत्या के बदले दूसरे पक्ष के बच्चों समेत 5 लोगों की हत्या कर दी गई. इस घटना में कुल 6 लोगों की मौत हो गई जिससे इलाके में सनसनी फैल गई है.
इस घटना में सत्य प्रकाश दुबे के परिवार के ज्यादातर लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है. उनके बेटे गांधी की भी हत्या कर दी गई जिसका 2 अक्टूबर को जन्मदिन था. वहीं उनका छोटा बेटा अनमोल गंभीर रूप से घायल है जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
जन्मदिन पर छोटे भाई को गिफ्ट देना चाहता था बड़ा भाई
वहीं उनके बड़े बेटे की जान इसलिए बच गई क्योंकि हमला होने से पहले ही रविवार की शाम को वो बलिया में भागवत कथा कहने के लिए निकल गया था. सोमवार यानी दो अक्टूबर को सत्यप्रकाश दुबे के बेटे गांधी का जन्मदिन था. कथा कहने के बाद बड़ा भाई देवेश ने घर आकर छोटे भाई के जन्मदिन मनाने का प्लान बनाया था और अपने भाई से कहा था कि जो गिफ्ट मिलेगा उनसे तुम अपनी खुशियां मना लेना. 2 अक्टूबर (गांधी जयंति) को जन्म होने के कारण ही सत्यप्रकाश दुबे ने अपने बेटे का नाम गांधी रखा था.
सत्य प्रकाश दुबे की तीन बेटे और तीन बेटियां थी जिसमें से सलोनी (उम्र- 18 साल) नंदिनी गांधी (उम्र- 15 साल) जबकि सबसे छोटा अनमोल घायल है जिसका इलाज़ चल रहा है. सत्य प्रकाश की पत्नी किरण की भी हत्या कर दी गयी है.
हत्या से पहले गांधी ने बड़े भाई को किया था फोन
इनकी बड़ी बेटी शोभिता की शादी हो चुकी है और बड़ा बेटा देवेश पूजा पाठ और कथा कहने का काम करता है. रविवार को वह बलिया जिले में भागवत कथा कहने गया था जिस वजह से उसकी जान बच गई. सोमवार को जब हमलावर प्रकाश दुबे के घर आए तो उनके छोटे बेटे गांधी ने अपने बड़े भाई देवेश को फोन किया कि आरोपी प्रेम चन्द्र यादव कई लोगों के साथ पहुंचा है और मारपीट कर रहा है, इसके बाद फोन अचानक कट गया. इसके बाद देवेश जब घर पहुंचा तो उसे अपने परिजनों की लाश मिली.
जमीन विवाद में पूरे परिवार की हत्या
बता दें कि जमीनी विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के बाद एक ही परिवार के 5 लोगों को निर्मम तरीके से मार डाला गया. पति-पत्नी, दो बेटियों और एक बेटे का गला काटा गया फिर गोली मारी गई. हमलावरों ने मासूम बच्चे को भी नहीं बख्शा. घायल हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल, पूरा गांव छावनी में बदल गया है. लखनऊ से आए आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच की. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस जघन्य वारदात का संज्ञान लिया है.
घर में बिखरा हुआ था खून ही खून
रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस जब सत्य प्रकाश दुबे के घर में दाखिल हुई तो वहां खौफनाक मंजर था. पूरा घर खून से सना हुआ था. चारों तरफ खून ही खून दिखाई पड़ा रहा था. लाशें इधर-उधर बिखरी हुईं थीं. गांव में तनाव की आशंका की वजह से कई थानों की फोर्स को तैनात किया गया है. हमलावर घटना को अंजाम देकर मौके से भाग गए थे.