अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है. यहां मंदिर में भगवान राम की सेवा के लिए पुजारियों की नियुक्ति होनी थी, जिसके लिए देशभर से 3000 वेदार्थियों और पुजारियों का इंटरव्यू लिया गया था. इनमें जो अर्चक चुने गए, उनका 6 माह का प्रशिक्षण शुरू हो चुका है.
पुजारी के पद के लिए आवेदन करने वालों में 24 अर्चकों का चयन हुआ था, जिसमें 21 का प्रशिक्षण चल रहा है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने कहा कि अभी प्रशिक्षण चल रहा है. यह 6 माह का प्रशिक्षण है. प्रशिक्षण के बाद जो योग्य से योग्य व्यक्ति होगा, उसकी परीक्षा के बाद नियुक्ति होगी. अभी केवल प्रशिक्षण के लिए जो 21 लोग आए हैं.
प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक अभ्यर्थी को 2 हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे. 22 जनवरी 2024 से राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ श्री राम जन्मभूमि मंदिर में होने वाली पूजा का विधि विधान और स्वरूप बदल जाएगा. 22 जनवरी को रामलला अस्थाई मंदिर से भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे.
यह भी पढ़ेंः नहीं रहे राम मंदिर के लिए ताला बनाने वाले सत्यप्रकाश, प्रधानमंत्री ने भी की थी तारीफ
मंदिर में राम लला की पूजा अर्चना के लिए अर्चकों (पुजारियों) का चयन मेरिट के आधार पर किया जा रहा है.हर मंदिर में दो पुजारी की नियुक्ति होगी, जो 8 घंटे की शिफ्ट में अपनी सेवा देंगे. इसके अलावा भंडारी कोठारी और सेवादार भी होंगे.
कौन हैं मोहित पांडेय, जिनका नाम चर्चा में है
मोहित पांडेय ने गाजियाबाद के दूधेश्वर वेद विद्यापीठ में सात साल तक अध्ययन किया है. इसी के साथ तिरुपति स्थित तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम से संबद्ध श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय से स्नातक कर शास्त्री की उपाधि हासिल की है. इसके बाद साल 2023 में मोहित ने सामवेद का अध्ययन करते हुए मास्टर डिग्री हासिल की. वह रामानंदीय परंपरा के भी विद्वान हैं.
मोहित पांडेय को वेद, शास्त्र और संस्कृत में विशेषज्ञता प्राप्त है. मोहित पांडेय को गाजियाबाद के दूधेश्वर विद्यापीठ में दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में महंत, पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज की देखरेख में विद्या अध्ययन भी कर चुके हैं.
सूर्य के उत्तरायण होने के साथ शुरू होगी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारी
मकर संक्रांति के बाद सूर्य के उत्तरायण होने के साथ श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारी शुरू हो जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दिन 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे.
22 जनवरी 2024 को जब रामलला का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न होगा और श्रद्धालु भव्य मंदिर में अपने आराध्य के दर्शन करेंगे तो उन्हें श्री राम की एक नहीं दो मूर्तियां दिखाई देंगी. मंदिर के गर्भ गृह के मुख्य चबूतरे पर नवनिर्मित वह मूर्ति होगी, जिसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को खास मुहूर्त में की जाएगी.
रामलला की दूसरी मूर्ति अस्थाई मंदिर से ले जाकर वहां विराजमान की जाएगी, लेकिन इस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा नहीं होगी. इन मूर्तियों को चल मूर्ति या उत्सव मूर्ति कहा जाएगा.