Ayodhya News Update : अयोध्या में सुहागरात के दौरान शिवानी और प्रदीप की मौत का मामला रहस्यमयी बनता जा रहा है. एक तरफ पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मोबाइल कॉल डिटेल्स सवाल खड़े कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ परिवार की चुप्पी ने इस केस को और उलझा दिया है. रात 12 बजे सोने गए इस नवविवाहित जोड़े की जिंदगी महज तीन घंटे में कैसे खत्म हो गई ? इस सवाल का जवाब ढूंढने में पुलिस लगी हुई है.
प्रदीप का अंतिम कॉल और अधूरा मैसेज:
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदीप ने सबसे अंत में अपने एक रिश्तेदार को कॉल किया था. कोई खास बातचीत नहीं हुई, पुलिस ने रिश्तेदार से पूछताछ की तो पता चला प्रदीप ने नया मोबाइल फोन खरीदने की बात की थी. मीडिया रिपोर्टस में बताया गया है कि पुलिस को प्रदीप के फोन पर एक अधूरा टाइप किया हुआ मैसेज भी मिला, जिसमें शिवानी का नाम लिखा था. क्या वह किसी को कुछ बताना चाहता था? या फिर यह महज एक संयोग था? इसके बारे में भी किसी को कुछ नहीं पता.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट की बहुत कुछ कहती है:
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, शिवानी की मौत रात लगभग 3 बजे गला घोंटने से हुई. यानी, रात 12 बजे सोने गए इस जोड़े के बीच तीन घंटे के भीतर कुछ ऐसा हुआ जिसने उनकी जान ले ली. शिवानी का गला घोंटा गया और फिर प्रदीप ने खुदकुशी कर ली. फिलहाल पुलिस इसी थ्योरी पर जांच कर रही है. लेकिन क्या यह सच में खुदकुशी थी या फिर इस पूरी घटना में कोई तीसरा शख्स शामिल था पुलिस इस पर भी पड़ताल कर रही है. पुलिस के मुताबिक दरवाजा अंदर से बंद था, ऐसे में किसी तीसरे शख्स के होने की संभावना ना के बराबर है. हालांकि एसएसपी ने बताया कि जब पुलिस पहुंची तो दरवाजा तोड़ा जा चुका था, क्योंकि सुबह दरवाजा नहीं खोलने के बाद ही घर वालों ने जब दरवाजा तोड़ा तो अंदर का नजारा देखकर सन्न रह गए और उसके बाद पुलिस को बुलाया गया. फॉरेंसिक टीम के पहुंचने के बाद फंदे पर लटके प्रदीप का शव नीचे उतारा गया.
कड़ियों को जोड़ने की कोशिश :
अयोध्या के एसएसपी राज करन नैय्यर ने भी शिवानी के माता-पिता और प्रदीप के माता-पिता से अलग-अगल बातचीत की. उन्होंने दोनों परिवार से बात करने के बाद उसकी कड़ियां जोड़ने का प्रयास किया, सूत्रों के मुताबिक परिजनों के बयान में ऐसा कुछ भी नहीं मिला जिस पर शक किया जाए और उसी बिंदु पर जांच आगे बढ़ाई जाए. पुलिस के मुताबिक अभी किसी भी पक्ष से कोई तहरीर नहीं मिली है, इसलिए अभी तक इस मामले के रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है.
7 मार्च को हुई थी शादी
प्रदीप और शिवानी की 7 मार्च को शादी हुई थी. शनिवार को दुल्हन विदा होकर दूल्हे के घर आई थी. वहीं, रविवार को रिसेप्शन भी था. प्रदीप के बड़े भाई ने बताया कि रविवार को रिसेप्शन था. जिसको लेकर तैयारियां हो रही थीं. मैं परिवार के कुछ अन्य सदस्यों और रिश्तेदारों को लेकर रिसेप्शन के लिए सब्जियां खरीदने गया था. सब्जी की खरीददारी कर ही रहे थे कि घर से फोन आ गया. घरवालों ने कहा कि जल्दी घर आइए. जिसके बाद हम सब्जी वहीं छोड़कर घर की तरफ भागे. घर पहुंचे तो परिवार में सब रो रहे थे. दोनों की मौत कैसे हुई? अभी तक इसके कारणों का पता नहीं चल पाया है.