नए राम मंदिर में अपने आराध्य राम लला के दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है. प्राण-प्रतिष्ठा के अगले दिन यानी मंगलवार को रिकॉर्ड 5 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. हालात ऐसे बन गए कि खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अयोध्या पहुंचना पड़ा. हालांकि, कुछ ही घंटे में व्यवस्थाएं फिर पटरी पर लौट आईं. बुधवार सुबह राम मंदिर में श्रद्धालुओं को बारी-बारी से रामलला के दर्शन करवाए जा रहे हैं.
प्रशासन का कहना है कि आज दूसरे दिन हालात काफी काबू में हैं. तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है. सुबह लंबी कतारें तो लगीं, लेकिन आधे घंटे में भक्तों को दर्शन मिल रहे हैं. मुख्यमंत्री के दौरे के बाद दर्शन की व्यवस्था ज्यादा बेहतर हुई है. अब कतार लगाकर दर्शन हो रहे हैं. राम जन्मभूमि पथ में सिर्फ श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति है. पुलिस की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त है. लाइन लगाकर दर्शनार्थियों को मंदिर तक ले जाया जा रहा है. एक तरफ से लोग जा रहे हैं और दूसरी तरफ से लोगों की दर्शन के बाद वापसी हो रही है. कल के मुकाबले आज सुरक्षाकर्मी ज्यादा लगाए गए हैं.
'दर्शन व्यवस्था देखने के लिए अयोध्या रुके प्रशांत कुमार'
यूपी में लॉ एंड ऑर्डर के डीजी प्रशांत कुमार को अयोध्या में ही रोका गया है. वे खुद दर्शन की व्यवस्था की जिम्मेदारी देख रहे हैं. डीजी लॉ एंड ऑर्डर ने मंगलवार से भी मोर्चा संभाल लिया था. उनके साथ गृह सचिव संजय प्रसाद भी मंदिर परिसर में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगे रहे.
'अयोध्या से बाहर निकलने की भी व्यवस्था'
इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री ने लखनऊ से अयोध्या आने के पहले लाइव स्ट्रीमिंग में मंदिर और भीड़ की तस्वीर देखीं फिर वे अयोध्या पहुंचे. यहां हेलिकॉप्टर से मंदिर और मंदिर के बाहर की भीड़ का जायजा लिया. देर शाम तक व्यवस्था पूरी तरीके से काबू में आ गई थी. दर्शन कर चुके श्रद्धालुओं को अयोध्या से बाहर निकालने के लिए अलग व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालु सुगम तरीके से अयोध्या शहर से बाहर निकल पाएं. देखें वीडियो...
'दर्शन करने की होड़ मची'
बताते चलें कि सोमवार को नए राम मंदिर में भगवान रामलला की गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठा हुई थी. सबसे पहले मेहमानों ने दर्शन किए. अगले दिन यानी 23 जनवरी से मंदिर को आम जनता के लिए खोल दिया गया था. रामलला की एक झलक पाने के लिए सोमवार रात से ही लाखों श्रद्धालु कतारों में मंदिर के बाहर खड़े हो गए. मंगलवार सुबह 6 बजे जैसे ही मंदिर के गेट खुले तो लोगों के अंदर जाने की होड़-सी मच गई. भीड़ में धक्का-मुक्की की भी खबरें आईं. रात 10 बजे तक दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचे.
'अयोध्या जाने वालीं बसों को रोका गया'
भारी भीड़ को देखते हुए अयोध्या जाने वालीं यूपी रोडवेज की सभी बसों को रोक दिया गया. मंदिर की ओर जाने वाले सभी रास्तों को चार से पांच किलोमीटर पहले ही बंद कर दिया गया. सिर्फ पैदल यात्रियों को ही लाइन से पैदल जाने की अनुमति मिली. इतना ही नहीं, भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंगलवार को रामलला ने विश्राम भी नहीं किया. लंबी लाइनों में खड़े भक्तों ने दर्शन किए. मंगलवार दोपहर बाद हालात काबू में आ गए.
'योगी ने ग्राउंड जीरो पर संभाली सुरक्षा की कमान'
यूपी सरकार ने एक बयान में कहा, कई बार ऐसा लगा कि भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई है, लेकिन पुलिस कर्मियों और अधिकारियों ने तुरंत स्थिति पर नियंत्रण कर लिया और लोगों को दर्शन के लिए कतारों में खड़ा कर दिया. राज्य सरकार के बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने लोगों के लिए सुचारू 'दर्शन' सुनिश्चित करने के लिए 'ग्राउंड जीरो' पर कमान संभाली है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद व्यवस्था बनाने के लिए मंगलवार को अयोध्या पहुंच गए. मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वे के बाद अधिकारियों के साथ बैठक की और श्रद्धालुओं की सुरक्षा, आराम और सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिये. उन्होंने मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के साथ मंदिर में आने वाली भारी संख्या में लोगों के प्रबंधन के उपायों पर भी चर्चा की. बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने लोगों से धैर्य बनाए रखने और सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सभी को धैर्य बनाए रखना चाहिए, ताकि सभी रामलला के दर्शन कर सकें.
'सुलभ और सहज दर्शन करवाने की व्यवस्था की जाएगी'
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, आज श्री अयोध्या धाम में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया. इस अवसर पर संबंधित अधिकारियों को पूज्य साधु-संतों और श्रद्धालुओं के लिए प्रभु श्री राम लला के सुलभ और सहज दर्शन के साथ ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.