साल 2023 बीतने से पहले रामभक्तों को बड़ी सौगात दे जाएगा. इस साल के आखिरी तक अयोध्या का नवनिर्मित मर्यादा पुरुषोत्तम एयरपोर्ट न सिर्फ बन जाएगा, बल्कि उसका संचालन भी शुरू हो जाएगा. सुविधा की बात करें तो दिन और रात दोनों समय यह ऑपरेशनल होगा और वह सब सुविधाएं होंगी जो किसी बड़े एयरपोर्ट पर मिलती हैं. इसका मतलब यह कि साल 2024 के जनवरी माह में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय और बाद में अयोध्या आने वाले रामभक्त हवाई सफर का लाभ उठा सकेंगे. यही नहीं, एयरपोर्ट पर पहुंचते ही उन्हें रामलला के भव्य मंदिर की आभा भी दिखाई देगी. एयरपोर्ट पर दिखेगी श्री राम मंदिर की झलक...
अयोध्या का मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एयरपोर्ट ऐसा होगा कि यात्रियों को यहां पहुंचते ही रामलला के मंदिर की झलक देखने को मिलेगी. एयरपोर्ट स्ट्रक्चर को उन्हीं पत्थरों से तैयार किया जा रहा है जिनसे श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हो रहा है. इस पर हुई नक्काशी भी श्री राम मंदिर से मिलती जुलती आपको दिखाई देने वाली है. निर्माण के समय की बात करें तो उसमें भी आपको काफी कुछ समानता दिखाई देगी. श्री राम जन्मभूमि मंदिर की तरह यह भी दो चरणों में तैयार होगा. पहला चरण रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के 3 माह पहले तैयार हो जाएगा तो दूसरा चरण 2025 में पूरी तरह श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के पहले पूरा हो जाएगा. इसके चलते देश विदेश से रामभक्त सुगमता से अयोध्या पहुंच सकेंगे.
एयरपोर्ट डायरेक्टर राजीव कुलश्रेष्ठ ने बताया, मंदिर की छवि के आधार पर ही पूरा एयरपोर्ट का लुक दे रहे हैं. इसी कोशिश में हैं कि एयरपोर्ट का निर्माण कार्य जल्दी से पूरा हो और पत्थर के आने में देरी ना हो, क्योंकि इस पत्थर की खपत बहुत ही ज्यादा है, इसलिए सप्लाई में भी टाइम लगता है.
इसलिए बढ़ गई निर्माण की समयसीमा
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट पर दिन और रात दोनों समय विमानों का संचालन होगा. उसकी वजह से रनवे की लंबाई 900 मीटर बढ़ाई गई है. रनवे बिल्डिंग और स्ट्रक्चर में भी कुछ बदलाव किए जा रहे हैं. जिसके कारण प्रथम चरण को लेकर निर्माण की तय समय सीमा लगभग 2 माह बढ़ गई है. इसके कारण अब जून 2023 तक एयरपोर्ट के सिविल और इलेक्ट्रिकल रेलवे का काम पूरा हो सकेगा.
राजीव कुलश्रेष्ठ के मुताबिक, फेज वन के लिए हमारा डे-नाइट में लैंडिंग का प्रपोजल था. वह बाद में नाइट लैंडिंग में कन्वर्ट किया. नाइट लैंडिंग की वजह से हम लोग कुछ पैरामीटर चेंज हुए. उसकी वजह से लगभग जून तक काम कंप्लीट करेंगे. इसी के चलते हम लोगों ने रनवे को 900 मीटर शिफ्ट किया है. रनवे बिल्डिंग में भी कुछ बदलाव हैं. फिलहाल हम लोग जून तक सिविल और इलेक्ट्रिकल रनवे का काम पूरा करेंगे.
अक्टूबर माह से शुरू हो जाएगा विमानों का संचालन
पहले 31 मार्च तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम एयरपोर्ट के प्रथम चरण का कार्य पूरा हो जाना था. अब यह जून तक होगा, लेकिन संचालन में देरी न हो इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यह तय किया है कि निर्माण के पहले अप्रैल से ही डीजीसीए (DGCA) से लाइसेंस लेने की प्रक्रिया प्रारंभ कर देंगे. इस प्रक्रिया में 2 से 3 माह का समय लगता है. जब सारी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, तो जून में निर्माण के फौरन बाद उसका निरीक्षण हो जाएगा और अगस्त तक लाइसेंस मिलने के बाद सितंबर के अंत या अक्टूबर माह में विमानों का संचालन शुरू हो जाएगा.
2025 तक पूरी तरह बनकर तैयार होगा, 300 यात्रियों की होगी क्षमता
यह एयरपोर्ट की उड़ान योजना के तहत तैयार किया जा रहा है. आरसीएस ( Regional Connectivity Scheme ) के तहत इससे लोगों को सस्ती मगर विश्व स्तरीय उड़ान सुविधा का लाभ मिलेगा. पहले चरण में यहां चार विमान एक साथ खड़ा किए जाने की व्यवस्था होगी. पहले चरण में एयरपोर्ट की बिल्डिंग 300 यात्रियों की क्षमता वाली होगी. 2025 तक जब एयरपोर्ट का दूसरा चरण पूरा होगा तब तक यात्रियों की क्षमता के साथ विमानों को खड़े करने के स्थान में भी विस्तार हो चुका होगा. यानी मर्यादा पुरुषोत्तम एयरपोर्ट के जरिए अयोध्या में रामभक्तों को सस्ती लेकिन बेहतर हवाई यात्रा की सौगात मिलने वाली है.