लंबे समय तक अपनी बीमारी की वजह से सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर रहे समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान एक बार फिर पुराने तेवर में नजर आए. रामपुर में निकाय चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने विरोधियों पर जमकर हमला किया. आजम खान ने शुक्रवार को रामपुर नगरपालिका के अध्यक्ष पद की पार्टी उम्मीदवार फातिमा जबी के पक्ष में प्रचार किया और विरोधियों पर जमकर हमला बोला.
इस दौरान आजम खान ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला किया और अपने विरोधियों को राजनीतिक किन्नर तक कहने में कोई गुरेज नहीं किया. आजम खान ने कहा 'जो लोग आज कह रहे हैं संविदा की नगर पालिका है.. पूरा देश आज संविदा पर है, लाल किला बिक गया, एयरपोर्ट बिक गए, पोर्ट बिक गए, रेलवे बिक गया, बचा ही क्या है? सिर्फ फौज रह गई है. वह हुकूमत ए हिंद के पास है, वह रहनी चाहिए. हमारी फौज और सरकारी फौज दो अलग चीजें हैं. हमारी फौज आपकी है और हमने इस फौज को हर मुहाने पर लड़ाकर देखा है और फतेह हासिल की हैं.'
आजम खान ने अपनी स्पीच के दौरान कहा, 'रामपुर वालों 150 करोड़ के हिंदुस्तान में तुम्हारी रामपुर की सीट का जिक्र हिंदुस्तान के वजीर-ए-आजम ने किया है. तुम्हारी यह हैसियत है. कितना डरते हैं तुमसे, कितना खौफ है और यह खौफ किसी जाति का नहीं है, ना मेरे वजीर होने का, ना ही मेरे एमपी एमएलए होने का, बल्कि यह खौफ है तुम्हारे और हमारे इत्तेहाथ का और हमारे बीच के एतमाद का. क्या हुआ विधानसभा के सदस्य रहें या ना रहें. एक शख्स जो नौजवानी की मंजिलें भी नहीं चढ़ सका, उसकी दो बार विधायकी खत्म कर दी गई मेरा और अब्दुल्ला का वोट देने का अधिकार भी खत्म हो गया.'
आजम खान ने अपनी स्पीच के दौरान कहा, 'हमने यह शहर सियासत का यह नक्शा उत्तर प्रदेश मैं 4 बार कब्जा यूं ही नहीं किया, घर की मुर्गी दाल बराबर कुछ समझ लो लेकिन चार बार हुकूमत तुम्हारी मजबूत मुट्ठी के बगैर नहीं बनी है और यही वजह रही कि खजाने के जिस बटन पर उंगली रख दी हमने, उस तिजोरी का ताला रामपुर वालों के लिए टूट गया.'
अतीक अहमद हत्याकांड की तरफ इशारा करते हुए आजम खान ने कहा, 'आप क्या चाहते हो मुझसे और मेरी औलाद से? चाहते हो कोई कनपटी पर आए और गोली चला कर चला जाए? बस इतना ही तो रह गया है.. बचा लो आज भी निजामे हिंद को, कानून को बचा लो, कुछ नहीं देना है आपको, सिर्फ अपने आप को हौसला देना है. जहां रोके वहीं बैठ जाओ आगे बढ़ेंगे वापस नहीं जाएंगे, वोट डालेंगे. हमारा पैदाइशी हक है, जिसे हमसे दो बार छीना गया है अगर तीसरी बार छीना गया तो जान लेना सांस लेने का हक भी बाकी नहीं रह पाएगा.'
बता दें कि यूपी में नगर निकाय के 14,684 पदों पर चुनाव होगा. इसमें 17 महापौर और 1420 पार्षद का चुनाव ईवीएम से होगा. जबकि, नगर पालिका परिषद के 199 अध्यक्ष और 5327 सदस्य बैलट पेपर के जरिए चुने जाएंगे. इसके अलावा 544 नगर पंचायत अध्यक्ष, 7178 सदस्यों का चुनाव भी मतपत्रों से होगा. वोटिंग दो चरणों में होगी, जिसमें पहले चरण के लिए 4 मई और दूसरे चरण के तहत 11 मई को वोट डाले जाएंगे. परिणामों की घोषणा 13 मई को होगी.