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आजमगढ़: बाथरूम में पजामे के नाड़े से लटका, घर वालों ने उठाए सवाल... हिरासत में मौत के बाद बवाल की कहानी

आजमगढ़ के सनी को पुलिस ने छेड़खानी के आरोप में हिरासत में लिया था. बताया जा रहा है कि गांव की ही एक युवती से उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था, जिसके चलते युवती के परिजनों ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. युवक को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने बुलाया था, जहां उससे लगातार दो दिन तक पूछताछ की गई. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इस दौरान उसकी पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई.

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गुस्साए लोगों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की
गुस्साए लोगों ने कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की

आजमगढ़ के तरवा थाना क्षेत्र में एक दलित युवक की पुलिस हिरासत में मौत के बाद जमकर बवाल हुआ. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और मृतक के परिजनों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया और सड़कों पर प्रदर्शन किया. घटना के बाद पुलिस की लापरवाही को देखते हुए थानाध्यक्ष सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, और मामले की जांच के लिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं.

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क्या है पूरा मामला

तरवा थाना क्षेत्र के उमरी गांव निवासी एक युवक सनी को पुलिस ने छेड़खानी के आरोप में हिरासत में लिया था. बताया जा रहा है कि गांव की ही एक युवती से उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था, जिसके चलते युवती के परिजनों ने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. युवक को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने बुलाया था, जहां उससे लगातार दो दिन तक पूछताछ की गई. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इस दौरान उसकी पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस का दावा है कि युवक ने सुबह बाथरूम जाने के बहाने खुद को पजामे के नाड़े से वेंटिलेशन ग्रिल से लटका लिया और आत्महत्या कर ली.

परिजनों का आरोप और विरोध

मृतक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सनी को तीन दिन तक थाने में रखा गया और उसके साथ मारपीट की गई, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद पुलिस ने शव को गायब करने की कोशिश की. जब इस बात की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों को हुई तो वे थाने के बाहर जमा हो गए और जमकर हंगामा किया. आक्रोशित भीड़ ने सड़कों पर जाम लगा दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. कई गाड़ियों में तोड़फोडा भी की.

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एसपी ने बताया पूरा मामला 

आजमगढ़ के एसपी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि थाना तरवा में एक युवती की शिकायत पर युवक को हिरासत में लिया गया था. शनिवार सुबह करीब 6 बजे जब  शौचालय गया तो वेंटिलेशन ग्रिल से अपने पजामे के नाड़े से फांसी लगा ली. पुलिस ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. एसपी ने आगे बताया कि इस मामले में पहले भी दो बार युवक को समझाया गया था, लेकिन वह बार-बार युवती को परेशान कर रहा था. युवती की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था, और युवक का चालान किया जाना था, लेकिन इससे पहले ही उसने आत्महत्या कर ली.

उन्होंने बताया कि मृतक के शव का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण 'हैंगिंग' बताया गया और शरीर पर किसी प्रकार की चोट के निशान नहीं मिले. घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी, सब-इंस्पेक्टर भीम सिंह और कांस्टेबल प्रमोद यादव को निलंबित कर दिया. इसके अलावा, जिलाधिकारी ने भी इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं.

 

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सांसद धर्मेंद्र यादव ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पुलिस हिरासत में युवक की मौत संदेहास्पद है और प्रशासन को इस मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए. उन्होंने मांग की कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो.

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