
उत्तर प्रदेश के कौशांबी से गिरफ्तार बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के आतंकी लाजर मसीह ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. लाजर मसीह ने बताया कि सर्विलांस से बचने के लिए वह बिना सिम का फोन रखता था. जब कभी उसे पुर्तगाल और पाकिस्तान में बैठे ISI हैंडलर से बात करनी होती तो वह किसी से वाईफाई मांग कर इंटरनेट यूज कर लेता था. लाजर Signal App से सिर्फ Net Calling का इस्तेमाल करता था.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, लाजर मसीह से तीन हैंड ग्रेनेड बरामद हुए, जिनमें एक पाकिस्तान तो दो चीन के बने थे. लाजर हैंड ग्रेनेड की इंटेंसिटी को भी बढ़ाने में माहिर है. वह महाकुंभ में आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए तीन बार कौशांबी के रास्ते प्रयागराज पहुंचा था.
जब महाकुंभ मेले में हमले की योजना सफल नहीं हो पाई तो लाजर मसीह ने बसंत पंचमी के दिन स्नान कर लौट रहे पैदल श्रद्धालुओं पर अटैक का प्लान रचा था. मगर पैदल यात्रियों की भारी भीड़ और पुलिसकर्मियों को देखकर वह हमला करने से डर गया था.
पूछताछ में पता चला कि लाजर मसीह को अमृतसर जेल में रहने के दौरान करोड़ों की ड्रग्स और असलहे ड्रोन से सीमा पार से भेजे गए थे. जेल में रहते हुए लाजर ड्रग्स के बड़े सिंडीकेट को ऑपरेट कर रहा था. एक किलो हीरोइन पर एक ग्लॉक जैसी कीमती पिस्टल फ्री में ड्रोन से आती थी.
बताया जा रहा है कि जर्मनी में बैठे BKI आतंकियों के लिए लाजर मसीह सबसे बड़ा हैंडलर था. लाजर को कुंभ पर हमले के सारे इंस्ट्रक्शन पुर्तगाल और अमेरिका में बैठे खालिस्तानी मॉड्यूल सीधे दे रहे थे. एक दिन बाद ही लाजर कौशांबी के कोखराज से निकल भागने की फिराक में था. लेकिन इससे पहले खुफिया एजेंसियों को भनक लग गई और उसे दबोच लिया गया.
लाजर मसीह कौशांबी से निकलकर तराई के जिले में शरण लेने वाला था. लाजर पुर्तगाल वाले हैंडलर के आदेश का इंतजार कर रहा था. फिलहाल, लाजर मसीह से यूपी एसटीएफ समेत अन्य एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. वह 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है.