बदायूं डबल मर्डर का आरोपी मोहम्मद जावेद बरेली में पकड़ा गया है. बरेली पुलिस ने जावेद को बदायूं पुलिस के हवाले कर दिया है. अब बदायूं में उससे पूछताछ की जा रही है. जावेद घटना वाले दिन (19 मार्च) से फरार था. पुलिस ने उसपर 25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की थी. जावेद के पकड़े जाने के बाद मृतक बच्चों (आयुष-आहान) के परिजनों ने पुलिस सुरक्षा की मांग की है. उन्होंने कहा कि हत्यारोपी किसी की भी गर्दन काट सकते हैं.
बता दें कि बीते मंगलवार को बदायूं के बाबा कॉलोनी में दो बच्चों की गला काटकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या का आरोप साजिद और जावेद पर लगा. घटना के कुछ घंटे बाद ही साजिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया. वहीं, जावेद फरार हो गया. उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई थीं.
पुलिस के मुताबिक, आज (21 मार्च) दो बच्चों की हत्या के मुख्य आरोपी साजिद के भाई जावेद ने बरेली में एक चौकी पर आत्मसमर्पण कर दिया. ऑनलाइन सामने आए एक वीडियो क्लिप में जावेद को लोगों के ग्रुप से उसे पुलिस के पास ले जाने की गुहार लगाते हुए दिखाया गया है.
बरेली में पकड़ा गया जावेद
ममले में बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मंगलवार को हत्या के बाद से फरार चल रहे जावेद ने बरेली के बारादरी पुलिस स्टेशन की सैटेलाइट पुलिस चौकी पर आत्मसमर्पण कर दिया. एसएसपी ने कहा- मुख्य आरोपी साजिद के भाई जावेद को पास के बरेली जिले में एक पुलिस टीम ने पकड़ लिया. उसे आगे की पूछताछ के लिए जिले में लाया जा रहा है.
वीडियो में हत्यारोपी जावेद कहता है कि वह घटना के बाद दिल्ली भाग गया था और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए बरेली लौटा है. वीडियो पुलिस चौकी के पास एक ऑटो रिक्शा स्टैंड पर शूट किया गया था.
वीडियो में जावेद को यह कहते हुए सुना गया- "मेरा इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है. वह (साजिद) मेरा बड़ा भाई था. उसने ऐसा किया लेकिन मेरा इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है."
मृतक बच्चों के पिता का बयान
जावेद की गिरफ्तारी पर मृतक बच्चों के पिता का बयान विनोद कुमार का बयान आया है. उन्होंने जावेद की गिरफ्तारी पर पुलिस की सराहना की और उसके खिलाफ सख्त सजा की मांग की. विनोद कुमार ने अपने परिवार के लिए पुलिस सुरक्षा भी मांगी.
विनोद ने कहा- 'उससे (जावेद) घटना के बारे में पूछताछ की जानी चाहिए और पूछा जाना चाहिए कि उसके साथ और कौन शामिल था, क्योंकि यह घटना किसी एक व्यक्ति की नहीं है.'
बकौल विनोद कुमार- 'जावेद अपराध में समान रूप से शामिल है. वे (हत्यारोपी) किसी की भी गर्दन काट सकते हैं. उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उसका एनकाउंटर किया जाना चाहिए या मौत की सज़ा दी जानी चाहिए. लेकिन पहले सच्चाई का पता लगाना चाहिए.
मालूम हो कि पुलिस ने साजिद और जावेद दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है. वहीं, जिला प्रशासन ने साजिद के पुलिस एनकाउंटर की मजिस्ट्रेटी जांच के भी आदेश दिए हैं. बदायूं के जिला मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने कहा, "मुठभेड़ पर रिपोर्ट 15 दिनों में सौंपी जानी है."
जावेद द्वारा खुद को निर्दोष बताने पर मृतक मासूमों की मां का बयान
पकड़े जाने के बाद जावेद ने खुद को बेकसूर बताया. इसपर मृतक बच्चों की मां संगीता ने कहा है कि जावेद खुद को बचाने के लिए यह सब कह रहा है. वह झूठ बोल रहा है. बकौल संगीता- वारदात के वक्त जावेद ही साजिद को बाइक से लेकर मेरे घर आया था. हत्या के बाद साजिद ने मेरे घर से किसी को फोन किया था. संगीता ने कहा कि पुलिस कॉल रिकॉर्ड निकलवाकर इस बात का पता लगाए कि साजिद ने आखिर किसको फोन किया था.
संगीता ने आगे कहा कि जावेद झूठ बयान दे रहा है. इसको सब पता था, तभी तो मर्डर किया है. इससे पूछा जाए कि यह कब से प्लान बना रहे थे? एक दिन में तो यह प्लान नहीं बनाया होगा. जावेद क्यों मेरे घर आया था? हमारे बच्चों का कहीं कोई आना-जाना भी नहीं था. बच्चे घर में ही खेलते रहते थे.
वहीं मृतक बच्चों की दादी मुन्नी देवी का कहना है कि जावेद से पूछताछ की जाए, पता तो चले कि इसने मेरे दोनों बच्चों को क्यों मार डाला, यह झूठ बोल रहा है.