उत्तर प्रदेश के बागपत में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को एटीएम मशीन ठीक कराकर चालू नहीं करना महंगा पड़ा है. यहां पर जिला उपभोक्ता प्रतितोष आयोग ने बैंक पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. बागपत के अर्जुन पुरम निवासी स्वर्ण सिंह ढाका ने जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग कार्यालय में केस दर्ज कराया था.
स्वर्ण सिंह ढाका ने अपनी शिकायत में कहा था कि उनका भारतीय स्टेट बैंक में खाता है, जिसका एटीएम भी बना है, जिसकी फीस भारतीय स्टेट बैंक वसूलता है, दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर स्थित एसबीआई के एटीएम में उनका कार्ड रीड नहीं करता है, जबकि एसबीआई के दूसरे एटीएम में उनका कार्ड रीड करता है.
स्वर्ण सिंह ढाका ने कहा कि मेन बाजार में ज्यादातर भीड़ होने के कारण वाहन खड़ा करने की सुविधा नहीं है, इसीलिए मैं दिल्ली यमुनोत्री हाईवे पर एसबीआई एटीएम का उपयोग करता हूं लेकिन वहां मेरा कार्ड रीड नहीं करता और अन्य बैंकों के एटीएम में कार्ड काम करता है, इसी कारण मजबूरी में दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालना पड़ता है.
स्वर्ण सिंह ढाका ने बैंक में जाकर शिकायत की थी लेकिन बैंक अधिकारी द्वारा कोई संतोषजनक आश्वासन ना मिलने पर स्वर्ण सिंह ढाका उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग कार्यालय में केस दर्ज कराया. इस मामले में भारतीय स्टेट बैंक शाखा पर 10 हजार का जुर्माना लगाया गया है. इसमें 5 हजार मानसिक क्षति और 5 हजार वाद खर्च देने का आदेश दिया गया है.
इसके साथ ही एसबीआई को एटीएम मशीन को जल्द ही चालू करने का आदेश दिया है. इस मामले में भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर अभी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.