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18 महीने में 8वीं बार सजा... बाहुबली मुख्तार के गुनाहों का हो रहा हिसाब, 18 साल से जेल में है, 65 मुकदमे हैं इसपर 

माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को आर्म्स एक्ट से जुड़े एक मामले में बुधवार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. बाहुबली मुख्तार के खिलाफ करीब 65 केस दर्ज हैं, जिनमें संगीन मानी जाने वाली सभी धाराएं शामिल हैं. इन सभी केसों में एक-एक करके उसे सजा मिल रही है.

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 मुख्तार अंसारी को 18 महीने में 8वीं बार सजा का ऐलान
मुख्तार अंसारी को 18 महीने में 8वीं बार सजा का ऐलान

उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मुख्तार को 18 महीने में 8वीं बार सजा का ऐलान हुआ है. फर्जी आर्म्स लाइसेंस मामले में मुख्तार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. यूपी से लेकर दिल्ली तक मुख्तार अंसारी के खिलाफ 65 मुकदमे दर्ज हैं. केवल मुख्तार ही नहीं, उसका पूरा परिवार ही कानूनी जाल में फंसा हुआ है.  

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गाजीपुर से सांसद और मुख्तार के भाई अफजाल को भी गैंगस्टर मामले में सजा सुनाई जा चुकी है, जिसके बाद उनकी संसद सदस्यता भी चली गई थी, लेकिन बाद में कोर्ट से राहत मिलने के बाद संसद सदस्यता बहाल हुई थी. हालांकि मुख्तार की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं. बांदा जेल में बंद मुख्तार के वकील ने कहा है कि इस मामले में वो हाई कोर्ट में अपील करेंगे.  

गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के खिलाफ करीब 65 केस दर्ज हैं, जिनमें वो सभी धाराएं शामिल हैं, जिन्हें संगीन माना जाता है. इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, धोखाधड़ी, गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, सीएलए एक्ट से लेकर एनएसए तक शामिल है. इन सभी केसों में एक-एक करके उसे सजा मिल रही है. बुधवार को इन्हीं में से एक फर्जी आर्म्स एक्ट मामले में माफिया डॉन को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. वाराणसी की एमपी एमएलए कोर्ट ने 36 साल पुराने इस मामले में दोषी करार देते हुए उम्रकैद के साथ दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है.  

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किस मामले में हुई है उम्रकैद की सजा? 

मुख्तार अंसारी ने 10 जून 1987 को एक दोनाली बंदूक के लाइसेंस के लिए गाजीपुर जिला मजिस्ट्रेट के यहां आवेदन दिया था. जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर से शस्त्र लाइसेंस प्राप्त कर लिया था. फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद 4 दिसंबर 1990 को गाजीपुर के मुहम्मदाबाद थाने में केस दर्ज कराया गया था. जांच के बाद तत्कालीन आयुध लिपिक गौरी शंकर श्रीवास्तव और मुख्तार के खिलाफ साल 1997 में चार्जशीट दाखिल की गई थी, लेकिन गौरी शंकर की मौत हो जाने की वजह से उनका केस खत्म कर दिया गया था.  

इन मामलों में मुख्तार को हो चुकी है सजा 

13 मार्च 2024: मुख्तार अंसारी को फर्जी लाइसेंस केस में आईपीसी की धारा 428, 467, 468 और आर्म्स एक्ट के तहत दोष सिद्ध होने के बाद सजा का ऐलान किया गया. कोर्ट ने माफिया जॉन को उम्रकैद की सजा सुनाई. इसके अलावा दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया.  

15 दिसंबर 2023: कोयला व्यापारी नंदकिशोर रूंगटा और उनके भाई महावीर प्रसाद रूंगटा को धमकाने के मामले में मुख्तार को अंसारी को दोषी पाया गया था. वाराणसी के भेलूपुर में 1 दिसंबर, 1997 को दर्ज हुए इस मामले में कोर्ट ने मुख्तार को 5 साल 6 महीने की कारावास की सजा सुनाई थी और 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था. 

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5 जून 2023: कांग्रेस नेता अजय राय के भाई अवधेश राय की हत्या के मामले में वाराणसी की MP-MLA कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को उम्रकैद की सजा सुनाई. अवधेश राय की वाराणसी के चेतगंज में 3 अगस्त, 1991 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 32 साल पहले हुई अवधेश राय की हत्या की वजह  चंदासी कोयला मंडी और उनकी दबंगई मानी जाती है.  

29 अप्रैल 2023: मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर एक्ट में गाजीपुर की MP-MLA कोर्ट ने 10 की सजा सुनाई. इसके अलावा 5 लाख का जुर्माना भी लगाया. इसी मामले में उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी को भी चार साल की सजा हुई थी.  

25 फरवरी 2023: दिल्ली में दर्ज आर्म्स एक्ट और TADA एक्ट में भी मुख्तार अंसारी को 10 साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई थी और करीब साढ़े पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था. 

15 दिसंबर 2022: गाजीपुर की MP-MLA कोर्ट ने गैंगस्टर मामले में 10 साल की सश्रम सजा सुनाई थी. इसके अलावा 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया था.  

21 सितंबर 2022: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सरकारी कर्मचारी को काम करने से रोकने और धमकाने के मामले में सजा सुनाई थी, जिसमें दो साल की जेल और 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था. वहीं धारा 506 के तहत 7 साल की जेल और 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था. यह मामला लखनऊ के आलमबाग में दर्ज था.  

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23 सितंबर 2022: लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज गैंगस्टर एक्ट मामले में मुख्तार को पांच साल की सजा हुई थी. इसके अलावा 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था.  

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