उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में मंगलवार को बाहुबली मुख्तार अंसारी की गैंगस्टर मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट में वर्चुअल पेशी हुई. इस विशेष सत्र के न्यायाधीश कमल कांत श्रीवास्तव थे. इस दौरान मुख्तार ने बांदा जेल में अपने वकील से मिलने की जानकारी दी.
साथ ही कहा कि आपकी कृपा से लखनऊ का लजीज आम और केला भी मिल गया. वहीं, मुख्तार ने जज के सामने एम्बुलेंस मामले में अपने ऊपर लगे मुकदमों को गलत और बेबुनियाद बताया.
जेल में फल नहीं मिलने की शिकायत की थी
दरअसल, दस मई को गैंगस्टर के अलग-अलग मुकदमों में बाहुबली मुख्तार अंसारी की बाराबंकी में वर्चुअल पेशी हुई थी. इस दौरान वह लखनऊ के लजीज आम और केले खाने को बैचेन दिखा था.
जेल में फल नहीं मिलने पर बाहुबली मुख्तार कोर्ट के आगे गिड़गिड़ाया था. साथ ही जज से बोला था कि साहब फल उपलब्ध करवा दीजिए. मुख्तार ने अपने वकील से कहा कि जब बांदा जेल में मिलने आइए, तो केला और लखनऊ के आम लेते आइएगा.
अगली सुनवाई के लिए 22 मई की तारीख मुकर्रर
वहीं, 16 मई को जज कमल कांत श्रीवास्तव ने आरोपों की सुनवाई के लिए 22 मई की तारीख दी है. यह जानकारी मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने दी है.
मुख्तार के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि विशेष सत्र न्यायाधीश कमलकांत श्रीवास्तव ने मुख्तार अंसारी से पूछा की जेल में अपने वकील से मुलाकात हुई? इस पर मुख्तार ने कहा कि साहब मुलाकात भी हो गई और जो खाने पीने का सामान आपके सामने कहा था वह भी मिल गया है.
विधायक रहते दर्ज हुआ था एंबुलेंस केस
रणधीर सिंह ने आगे बताया कि एम्बुलेंस मामले में बांदा जेल से वर्चुअल पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी ने जज से कहा कि जब एम्बुलेंस का मुकदमा दर्ज हुआ था, तब मैं विधायक था. उस दौरान राज्य सरकार की अनुमति के बिना हम पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता था. इसके बाद जज ने सुनवाई के लिए 22 मई की तारीख दी है.