यूपी के बांदा में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक मां को अपने ही इकलौते बेटे को गेम खेलने से मना करना जिंदगी भर का गम दे गया. मां को क्या पता था कि महज एक डांट से उसके घर का इकलौता चिराग बुझ जाएगा. दरअसल, बेटा फ्री फायर गेम खेल रहा था, उसी दौरान मां ने मना किया, जिससे क्षुब्ध होकर बेटे ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी.
परिजनों ने बताया कि पहले बेटा फंदा लगाकर डरा रहा था, लेकिन तभी फंदा सच में गले में कस गया और उसकी जान चली गई. पुलिस ने कागजी कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. मृतक 10वीं कक्षा का छात्र था.
पूरा मामला बदौसा थाना क्षेत्र के महुराई गांव का है. यहां के रहने वाले आनंद किशोर का 16 वर्षीय बेटा विकास चित्रकूट जिले के एक कॉलेज में पढ़ता था. बीते दिन कॉलेज जाने की बजाय घर मे गेम खेल रहा था, जिसपर मां ने उसे पढ़ाई के लिए कहा. दोनों में इस बात को लेकर बहस हो गई. आखिर में छात्र ने क्षुब्ध होकर गले मे फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी.
कुछ देर बाद जब मां कमरे में आई तो देखा कि विकास फंदे पर लटका था. इकलौते बेटे का शव देख वह अचेत हो गई. परिवार के एक सदस्य ललित ने बताया कि घर में निर्माण का काम चल रहा है. विकास पिछले कई दिनों से कॉलेज नही गया. दिनभर फ्री फायर गेम खेलता था. मां पढ़ने को कहती थी, जिसके चलते विवाद होता था.
पहले विकास गले मे फंदा डालकर डराने की कोशिश कर रहा था, लेकिन तभी फंदा कस गया और उसकी मौत हो गई. उस वक्त मौके पर कोई नहीं था. विकास के पिता गुजरात मे प्राइवेट नौकरी करते हैं. सूचना पाकर वह घर के लिए निकल पड़े. घटना के बाद परिवार में हाहाकार मचा हुआ है.
मामले में बदौसा थाना के प्रभारी जयचंद सिंह ने बताया एक छात्र ने सुसाइड कर लिया है. उसकी मां ने उसको स्कूल जाने के लिए कहा था, जिसके बाद उसने घटना को अंजाम दिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. मृतक इकलौता बेटा था. पिता बाहर हैं. फिलहाल, आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.