बरेली जिले के थाना शाही क्षेत्र में अब तक आधा दर्जन से अधिक महिलाओं की रहस्यमय ढंग से हत्या हो चुकी है. लेकिन अभी तक पुलिस कातिल को नहीं पकड़ सकी है. इन सभी हत्याओं का तरीका लगभग लगभग एक जैसा है. इसकी वजह से गांव में दहशत का माहौल है.
बताया जा रहा है कि इलाके में पिछले 8-10 महीनों में 9 महिलाओं की हत्या हुई है. फिलहाल, काफी छानबीन के बाद पुलिस ने तीन स्केच जारी किए हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि ये साइको किलर के स्केच हैं, जिन्होंने इन महिलाओं की हत्या की है.
इस बीच एसपी देहात मानुष पारीक ने कई इलाकों में जाकर लोगों को जागरुक किया और आग्रह किया है यदि कोई जानकारी मिलती है तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें. बाहरी व्यक्ति के दिखने पर खबर दें. सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी.
कई जगह चस्पा किए गए स्केच
सीरियल किलिंग के बीच बरेली पुलिस ने कुछ साइको किलर के स्केच तैयार किए हैं. तीन स्केच को रोडवेज, रेलवे स्टेशन, टेंपो स्टैंड समेत कई सार्वजनिक स्थानों में चस्पा किया गया है. लोगों से कहा गया है कि यदि स्केच वाले व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी मिलती है तो फौरन पुलिस को बताएं.
मालूम हो कि बरेली के थाना शाही क्षेत्र में महिलाओं की हत्या का ये सिलसिला पिछले साल से शरू हुआ था. पिछले 14 महीनों में अब तक 9 महिलाओं की हत्या हो चूकी है, वो भी एक पैटर्न में. बीते 2 जुलाई को भी एक महिला की हत्या इस इलाके में हुई थी.
हत्याओं में कुछ बातें कॉमन
जितनी भी महिलाओं की हत्या हुई है उनमें से अधिकांश महिलाएं शाम को खेत से काम करके लौट रही थीं. अधिकांश की उम्र 45 से 65 वर्ष है, यानि अधेड़ उम्र की महिलाओं को ही शिकार बनाया गया. साथ ही हत्या करने के बाद लाश को खेत में ही फेंक दिया गया.
शाम होते ही गांव में पसर जाता है सन्नाटा
लगातार हो रही हत्याओं से शाही थाना क्षेत्र में शाम होते ही पूरी तरह से सन्नाटा पसर जाता है. एक के बाद एक महिलाओं की हत्या से इलाके में इस कदर दहशत है कि अब महिलाएं घर के काम से भी शाम के बाद निकलने से डर रही हैं. गांव के पुरुष भी रात होने से पहले ही घर को लौट आते हैं.
बताया जा रहा है कि जिन महिलाओं को हत्यारे ने शिकार बनाया, वे खेत में काम कर रही थीं या फिर खेतों से लौट रही थीं. इन महिलाओं की उम्र 45-55 के बीच बताई जा रही है. सिलसिलेवार हुई महिलाओं की हत्या ने पुलिस को भी चकरा दिया है. इन हत्याओं की वजह से लोग काफी सहमे हुए हैं, महिलाएं खेतों में जाने से भी डर रही है.