बस्ती जिले के गौर थाना क्षेत्र में सोमवार की रात किशोरी पहले हैवानियत का शिकार हुई. इसके बाद उसे मौत के घाट उतारा गया. एक घर की पहली मंजिल पर उसके साथ जबरदस्ती की गई. किशोरी को रक्तस्राव हुआ उसे बचाने की बजाय सीढ़ियों से घसीटकर घर के बाहर लाकर सड़क किनारे फेंक दिया गया. खून के निशान काफी दूर तक मिले हैं.
रात करीब दस बजे किशोरी का शव मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. पुलिस ने पहले दो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, एक की आरोपी की आज गिरफ्तारी कर ली गयी. इस मामले में 24 घंटे बीत जाने के बाद जब तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी तो परिजनों का गुस्सा सड़क पर फूटा और सड़क जाम कर दिया गया.
तीनों आरोपी बीजेपी के नेता
पुलिस के मुताबिक, मृतका की मां की तहरीर पर बिरऊपुर निवासी मोनू साहनी, राज निषाद और कुंदन सिंह के खिलाफ हत्या का मुकदमा कायम किया है, तीनों आरोपी बीजेपी से जुड़े हुए है, कुंदन भाजपा किसान मोर्चा का गौर मंडल का उपाध्यक्ष है, बाकी दो आरोपी बीजेपी के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं. कुंदन ने बिरऊपुर में भी एक मकान बना रखा है.
किशोरी को मिलने के लिए बुलाया था
आरोपी मोनू साहनी और कुंदन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. उसने पुलिस पूछताछ में बताया कि मृतका बीते छह-सात महीने से उसके संपर्क में थी और दोनों में बातचीत होती थी. सोमवार की शाम उसने फोन करके किशोरी को मिलने के लिए बुलाया था. इसके बाद वह उसे कुंदन सिंह के घर पर ले गया था. यहां किशोरी से हैवानियत के बाद वह बेहोश हो गई.
बेहोशी के बाद भी करते रहे हैवानियत
किशोरी ने दम तोड़ दिया. इसके बाद सब ने मिलकर शव को सड़क किनारे लाकर फेंक दिया. पोस्टमार्टम में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है. किशोरी की मौत अत्याधिक खून बहने और न्यूरो इंजरी के चलते हुई है. मतलब नाबालिग के बेहोशी के बाद भी आरोपी उसके साथ हैवानियत करते रहे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मुकदमे में दुष्कर्म की धारा बढ़ाई जाएगी.
खून से सनी बेडशीट बरामद
पुलिस टीम ने घटनास्थल से लेकर कुंदन सिंह के मकान की सघन जांच की. मकान की दूसरी मंजिल पर एक कमरे में बेड पर बिछा गद्दा खून से सना मिला. पुलिस ने पकड़े गए आरोपी के निशानदेही पर घटना से जुड़े अन्य साक्ष्य भी जुटाए. कुंदन सिंह के मकान के एक कमरे से कपड़ों के ढेर से खून से सनी बेडशीट और कपड़ा बरामद किया है.
कुंदन सिंह के मकान पर अक्सर होती थी दावत
गांव के लोग आरोपियो को गिरफ्तारी की मांग को लेकर बिरऊपुर चौराहे पर सड़क जाम कर दिया. घंटों जाम रखने के बाद जब पुलिस अधिकारियों ने कार्यवाही का आश्वासन दिया तब जाकर जाम हटा. ग्रामीणों की माने तो कुंदन सिंह का मकान अक्सर खाली ही रहता है. यहां आए दिन कुछ लोगों की भीड़ देखी जाती थी. देर रात तक दावतों का दौर भी चलता था.
दावत में स्थानीय थाने के तीन सिपाहियों के भी शामिल होने की चर्चा रही. वही इस मामले पर पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्ण चौधरी ने कहा कि अब तक 36 घंटे में सभी तीनो आरोपियों को अरेस्ट हो गए है, पूरे मामले पर बेहद गंभीरता से पुलिस कार्यवाही कर रही है.