उत्तर प्रदेश के बिजनौर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां 7 मोर मृत पाए गए. इस घटना से इलाके के लोग भी हलकान हैं. प्रथम दृष्टया जांच में पाया गया है कि मोरों की मौत खेत में जहर के चलते हुई है. हालांकि, अभी सही कारणों का पता नहीं चल पाया है. इस बात की जानकारी वन विभाग के एक अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी.
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वन विभाग के अधिकारी ज्ञान सिंह ने बताया कि बिजनौर जिले के एक खेत में संदिग्ध जहर के कारण 7 मोर मृत पाए गए. सभी का शव भिक्कावाले गांव में एक पुलिया के पास खेत में मिला.
सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा, लेकिन ऐसा लगता है कि यह जहर का मामला है. उन्होंने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच उपमंडल अधिकारी को सौंप दी गई है.
भारत का राष्ट्रीय पक्षी है मोर
मोर या मयूर (Peacock) पक्षियों के पैवोनिनाए उपकुल के अंतर्गत तीन जातियों का सामूहिक नाम है. इनमें से दो - भारतीय उपमहाद्वीप में मिलने वाला भारतीय मोर और दक्षिणपूर्वी एशिया में मिलने वाला हरा मोर है. तीसरी जाति कांगो मोर है, जो अफ्रीका की कांगो द्रोणी में मिलती है. मोर का वैज्ञानिक नाम पावो क्रिस्टेट्स है. मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है.
मोर ज़्यादातर खुले वनों में वन्यपक्षी की तरह रहते हैं. नीला मोर भारत और श्रीलंका का राष्ट्रीय पक्षी है. बरसात के मौसम में काली घटा छाने पर जब यह पक्षी पंख फैला कर नाचता है तो ऐसा लगता मानो इसने हीरों से जड़ी शाही पोशाक पहनी हुई हो. इसीलिए मोर को पक्षियों का राजा कहा जाता है. पक्षियों का राजा होने के कारण ही प्रकृति ने इसके सिर पर ताज जैसी कलंगी लगायी है.