यूपी के बिजनौर में प्रेमिका की वीडियो रिकॉर्डिंग डिलीट ना करने पर दोस्त ने ही अपने दोस्त हर्ष की चापड़ से हत्या की थी. फिर लाश को घर के अंदर भूसे के कमरे में छिपाकर गायब हो गया था. 5 दिन बाद अब पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपी लवी उर्फ लवनीश और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि, उसका पिता और मामा अभी भी फरार है.
बिजनौर के एसपी ग्रामीण रामअर्ज के मुताबिक, 14 फरवरी को चांदपुर के मोहल्ला कायस्थान निवासी हर्ष वर्मा का शव रिटायर्ड होमगार्ड लेखराज सिंह के मकान में भूसे के अंदर से दबा हुआ मिला था. मृतक के भाई शुभम द्वारा चांदपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. जिसमें कहा गया कि उसके छोटे भाई हर्ष को दोस्त लवी उर्फ लवलीश घर से बुला कर ले गया था. हर्ष जब शाम तक वापस नहीं आया तो उसको देखने के लिए वो लवी के घर पहुंचा, जहां पर लवी और उसके पिता लेखराज हर्ष के साथ बैठे थे. भाई ने कहा कि वह थोड़ी देर में घर आ जाएगा. इसपर शुभम वापस लौट आया.
मगर देर रात तक भी हर्ष घर नहीं आया. जब सुबह शुभम दोबारा लवी के घर भाई को देखने गया तो रवि और उसके पिता घर से गायब मिले जबकि हर्ष की लाश एक बोरे के अंदर बंद थी और आंगन में खून बिखरा हुआ था. भूसे के कमरे में हर्ष की लाश दबाकर छिपाई गई थी.
पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू करते हुए लवी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. हत्यारोपी लवी ने पुलिस को बताया कि मृतक हर्ष उसका दोस्त था और वह एक लड़की से उसके फोन से स्नैपचैट पर बातचीत करता था. जिसकी कुछ वीडियो रिकॉर्डिंग हर्ष के मोबाइल में थी. उसने इस रिकॉर्डिंग को कई बार डिलीट करने के लिए कहा लेकिन हर्ष ने ऐसा नहीं किया.
इसी बीच 13 फरवरी को लवी एक मुकदमे के मामले में चांदपुर कचहरी में आया था. तब उसने हर्ष को भी फोन करके बुला लिया. कचहरी में काम निपटाने के बाद वह उसे अपने घर ले गया और दोनों ने बैठकर शराब पी. वहीं पर उसके पिता लेखराज भी बैठे शराब पी रहे थे. इस दौरान लवी के दो दोस्त आदित्य और तुषार भी वहां पर पहुंच गए. नशे में लवी ने फिर से हर्ष से रिकॉर्डिंग को डिलीट करने के लिए कहा, जिस पर उसने कहा कि उसका मोबाइल खो गया है.
इस बात से नाराज होकर लवी ने पास में रखे चापड़ से हर्ष पर हमला कर दिया. वहीं, उसके दोनों दोस्तों ने हर्ष का गला दबा दिया. हर्ष के पैरों पर डंडे भी बरसाए गए. जब हर्ष की मौत हो गई तो आदित्य और तुषार वहां से फरार हो गए. जबकि, लवी ने फोन करके अपने मामा भूपेंद्र को भी बुला लिया. तीनों ने एक प्लास्टिक के बोरे में हर्ष की लाश को बंद करके घर के भूसे वाले कमरे में छिपा दिया और मौके से भाग हो गए.
फिलहाल, बिजनौर पुलिस ने हत्यारोपी लवी के बयान के बाद उसके दोनों दोस्त तुषार और आदित्य को भी गिरफ्तार कर लिया है. उनके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल किया गया चापड़ ओर डंडे को बरामद कर लिया गया है. लवी के पिता लेखराज ओर मामा भूपेंद्र अभी फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश में जुटी है.