बिजनौर के करौंदा चौधर गांव में कब्रिस्तान की बाउंड्री बनाने के लिए की जा रही खुदाई के दौरान प्राचीन काल के सिक्के मिले. बताया जा रहा है कि शनिवार को मजदूरों को खुदाई के दौरान एक हांडी मिली, जिसमें 15 सफेद धातु के सिक्के थे. मजदूर इन्हें चांदी का समझकर आपस में बांटकर अपने घर ले गए.
गांव के प्रधान को जब इस घटना की सूचना मिली, तो उन्होंने कब्रिस्तान के क्षेत्र में और खुदाई कराई. खुदाई के दौरान दो और हांडी मिलीं, लेकिन वो खाली निकलीं. इसके बाद प्रधान ने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले का जायजा लिया और सिक्कों को मजदूरों से बरामद कर किया.
खुदाई के दौरान मिले प्रचीन सिक्के
बरामद सिक्कों पर अरबी भाषा में 1193 हिजरी लिखा हुआ है. फिलहाल ये किस धातु के बने हैं और कितने पुराने हैं, इसका पता नहीं चल पाया है. प्रारंभिक जानकारी में इन्हें मुगलकालीन सिक्के बताया जा रहा है.
पुलिस ने सभी सिक्कों को मालखाने में सुरक्षित रख लिया है और डीएम को इस मामले की रिपोर्ट भेज दी है. डीएम ने पुरातत्व विभाग से सिक्कों की जांच कराने का आदेश दिया.
पुरातत्व विभाग सिक्कों की जांच में जुटा
इस घटना के बाद इलाके में चर्चा का माहौल है. ग्रामीण प्राचीन सिक्के मिलने की खबर को लेकर उत्साहित हैं, जबकि पुलिस और प्रशासन इसकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अहमियत की जांच में जुटा है.
बताया जा रहा है कि जहां पर कब्रिस्तान है वहां आजादी पहले खेडकी गांव आबाद था. लेकिन उस गांव के ग्रामीण करौन्दा चौधर और टाडामाइदास में जाकर बस गए थे, तभी से यह गैर आबाद हैं. उन्हीं के किसी परिवार ने यह सिक्के अपनी भूमि में दबा रखे होंगे. इससे पहले सहारनपुर में भी एक प्लाट की नींव खाेदने के दौरान मजदूरों को सिक्के मिले थे.