उत्तर प्रदेश में अयोध्या पुलिस ने राम मंदिर की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों से अत्यधिक किराया वसूलने के आरोपी बाइकर गैंग के खिलाफ कार्रवाई की है. उन्होंने बताया कि राम जन्मभूमि पुलिस थाने द्वारा सोमवार और मंगलवार को चलाए गए अभियान में 30 बाइक जब्त की गईं.अधिकारियों ने मंगलवार को ये जानकारी दी है.
अधिकारियों ने कहा कि पास के प्रयागराज जिले में महाकुंभ की शुरुआत के बाद से अयोध्या आने वाले भक्तों की संख्या में वृद्धि के साथ, यहां के अधिकारियों ने शहर में वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है. उन्होंने बताया कि इसका फायदा उठाते हुए बाइकर्स का एक समूह पिछले 10 दिनों से एक्टिव हो गया था और कथित तौर पर तीर्थयात्रियों से प्रति किलोमीटर 100 रुपये वसूल रहा है.
राम जन्मभूमि पुलिस थाना प्रभारी अभिमन्यु शुक्ला ने कहा,'बाइक सवार बिना अनुमति के तीर्थयात्रियों से पैसे वसूल रहे थे, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई. दो दिनों में तीस बाइक जब्त की गई हैं और ऑपरेशन जारी रहेगा.' पुलिस ने कहा कि ये बाइकर्स अयोध्या शहर के बाहर विभिन्न स्थानों से तीर्थयात्रियों को पिक कर रहे हैं और उन्हें राम मंदिर और अन्य मंदिरों तक ले जाने के लिए प्रति यात्री 100 रुपये से 300 रुपये तक किराया मांग रहे हैं.
मामले को लेकर स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन से शिकायत की थी, जिसके बाद ये कार्रवाई हुई.इस बीच, महाराष्ट्र की एक महिला तीर्थयात्री ने अयोध्या में राम मंदिर में वीआईपी दर्शन से जुड़ी कथित धोखाधड़ी को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
अधिकारियों ने कहा कि शिकायतकर्ता कविता शेट्टी को एक परिचित सुरेश आचार्य द्वारा अयोध्या लाया गया था, जो एक वैरिफाइड टूरिस्ट गाइड नहीं था. शेट्टी ने आरोप लगाया कि आचार्य ने मुंबई से अयोध्या तक उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने और वीआईपी दर्शन की व्यवस्था करने के लिए उनसे 1.8 लाख रुपये लिए.
हालांकि, मंदिर में वीआईपी दर्शन को लेकर शेट्टी और आचार्य के बीच विवाद पैदा हो गया.अयोध्या कोतवाली के SHO मनोज शर्मा ने कहा,'यह विवाद मुंबई में उत्पन्न हुआ, इसलिए हमने इस मामले के बारे में मुंबई पुलिस से बात की है.'