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'बीजेपी के अंदर विभीषण, पार्टी से निकाला जाए, नहीं तो...', बोले यूपी के मंत्री संजय निषाद

यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के भीतर कोई विभीषण है, जिसने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पार्टी की हार में अपनी भूमिका अदा की है.

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संजय निषाद (फाइल फोटो)
संजय निषाद (फाइल फोटो)

गोरखपुर में निषाद पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के भीतर विभीषण पड़े हुए हैं, जिन्होंने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में पार्टी की हार में अपनी भूमिका अदा की है.  संजय निषाद का कहना है कि निषादों को लेकर भी मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री तक को गुमराह करने वाला कोई विभीषण है, जिसकी वजह से बीजेपी लगभग 40 से  ज्यादा सीटें हारी है.

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बीजेपी के अंदर जो विभीषण है, उसने मेरे बेटे को लोकसभा चुनाव हरवाया था और अगर उस पर कार्रवाई नहीं हुई तो 2027 में भी नुकसान होगा. ये विभीषण अलग-अलग पार्टियों से आए हुए हैं, जो गलत खबरें टॉप लीडरशिप को देते हैं. 

कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने कुछ समय पहले यहां तक कह दिया था कि अगर निषादों के साथ ऐसी ही 'धोखाधड़ी' होती रही, तो बीजेपी के लिए चुनाव जीतना तक मुश्किल हो जाएगा. उन्होंने पार्टी की छवि को खराब करने वाले नेताओं पर जमकर निशाना साधा. 

हालांकि, तेवर दिखाने वालों की लिस्ट में संजय निषाद का नाम अकेला नहीं है. अपना दल (एस) की नेता और मोदी कैबिनेट में शामिल अनुप्रिया पटेल हो या उनके पति और यूपी सरकार की कैबिनेट में शामिल आशीष पटेल, दोनों ही अपनी सरकार के अधिकारियों के खिलाफ सख्त तेवर दिखा रहे हैं. अब संजय निषाद ने भी कड़ा बयाम देकर सियासी पारा हाई कर दिया है. 

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दरअसल, संजय निषाद ने गोरखपुर के रामनगर करजहां से सोमवार 6 जनवरी को संवैधानिक अधिकार यात्रा का शुभारंभ किया. उन्होंने आरक्षण की मांग को लेकर और अपने समाज के लोगों को जागृत करने को लेकर ‘संवैधानिक अधिकार यात्रा’ यात्रा निकाली है. निषाद ने समाज के लोगों को आरक्षण के अधिकार के लिए जाग जाने की अपील की. साथ ही कहा कि एकता में बल होता है. कुछ विभीषण पड़े हुए हैं दलाल की तरह जो पूरी तरह से पार्टी को हराने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें बाहर निकाला जाए. अपनी पार्टी को आगे बढ़ाएं, नहीं 2027 में दोबारा मुसीबत झेलनी होगी.

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