उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 2024 की तैयारी तेज कर दी है. 19 मार्च को प्रदेश के हर जिले में पार्टी जहां महिलाओं को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित करने वाली है, वहीं पार्टी 'सेल्फ़ी विद महिला लाभार्थी' अभियान को तेज़ कर ज़्यादा से ज़्यादा महिला लाभार्थियों को जोड़ने की मुहिम चलाएगी. एक साल तक चलने वाले इस अभियान से जहां आगामी नगर निकाय चुनाव को साधने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं मिशन 2024 के लिए महिला वोटरों पर भी पार्टी की नज़र है.
एक ओर यूपी बीजेपी की नयी टीम का इंतज़ार हो रहा है तो इस बीच पार्टी ने अभियानों को गति देना शुरू कर दिया है. महिला लाभार्थियों को जोड़ने के लिए महिला लाभार्थियों के साथ सेल्फ़ी (selfie with Mahila Labharthi) अभियान के ज़रिए महिला मोर्चा की कार्यकर्ता हर गांव-शहर में पहुंचेंगी. महिला मोर्चा की कार्यकर्ता हर ज़िले में जाकर ये अभियान चलाएंगी. इस देशव्यापी अभियान की शुरुआत 2024 के चुनाव को आधार बनाकर किया गया है.
हर जिले में वूमेन अचीवर अवार्ड देगी बीजेपी
अयोध्या में हुई महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति में इस पर मंथन किया है कि सबसे बड़े और सबसे ज़्यादा लाभार्थियों की संख्या वाले यूपी में किस तरह इस अभियान को सफल बनाया जाए. उत्तर प्रदेश में ये अभियान महत्वपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि लोकसभा चुनाव से पहले नगर निकाय के चुनाव होने हैं.
ऐसे में इस अभियान से जहां महिला लाभार्थियों को ये याद दिलाया जाएगा कि केंद्र और राज्य की ज़्यादातर योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करके केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में कदम बढ़ाया है. इधर पार्टी 19 मार्च को प्रदेश के सभी 75 ज़िलों में स्वर्गीय सुषमा स्वराज के नाम पर women achiever award देगी.
हर जिले में 10 महिलाएं होंगी सम्मानित
इस अभियान के ज़रिए बीजेपी प्रबुद्ध वर्ग की महिलाओं और सामाजिक काम करने वाली महिलाओं को जोड़ेगी. हर ज़िले में 10 महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा और उस समारोह में महिलाओं को आमंत्रित किया जाएगा. बीजेपी अपनी शीर्ष नेता रहीं सुषमा स्वराज की छवि और उनके काम को महिलाओं के बीच ले जाना चाहती है.
सुषमा स्वराज की छवि की स्वीकार्यता न सिर्फ़ पार्टी की समर्थक महिलाओं में है, बल्कि पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि हर वर्ग की महिला स्वर्गीय सुषमा स्वराज की छवि से खुद को कनेक्ट करती हैं. यूपी बीजेपी महिला मोर्चा के प्रभारी और एमएलसी विजय बहादुर पाठक का कहना है कि बीजेपी हर चुनाव को गम्भीरता से लड़ती है, सामने लोकसभा चुनाव का लक्ष्य है, ऐसे में पार्टी ने मोर्चों को भी एक्टिव कर दिया है, हमारा लक्ष्य है कि हम ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचे.
महिला वोटरों पर बीजेपी की नजर
दरअसल, बीजेपी की नज़र महिला वोटरों पर ख़ास तौर पर इसलिए भी है क्योंकि विधानसभा चुनाव में महिला लाभार्थी (women beneficiaries) और सभी वर्गों की महिलाओं ने बीजेपी को वोट दिया था. केंद्र की उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण जैसी योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी का लाभ उनको तो हुआ ही चुनाव में पार्टी को भी इसका लाभ मिला.
लाभार्थियों का एक अलग वोटर वर्ग सामने आया. अब इसी वर्ग को लोकसभा चुनाव में साधने के लिए पार्टी ये अभियान चलाकर इस मिशन को धार देना चाहती है. यूपी बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद गीता शाक्य का कहना है कि महिला मोर्चा वैसे भी महिलाओं के साथ काम करता है, ऐसे में समाज की जागरूक और प्रबुद्ध महिलाओं के साथ जुड़कर हम काम करना चाहते हैं, साथ ही यूपी में सबसे ज़्यादा महिलाओं को सरकार की योजनाओं का लाभ मिला है, हम उन महिलाओं से मिल कर, उनके साथ सेल्फ़ी लेकर उनका पूरा ब्योरा भी लेंगे... जिससे इतना काम उनके लिए हुआ है ये बताया जा सके.
इधर योगी सरकार ने चैत्र नवरात्रि में देवी मंदिरों में आयोजन करके ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं को जोड़ने का लक्ष्य तय किया है. संस्कृति विभाग ने इसका निर्देश हर ज़िले में भेजा है. इसमें मातृशक्ति की आराधना के पर्व नवरात्र को महिला सशक्तिकरण से जोड़ा जाएगा. मंदिरों के आस पास महिलाओं। के लिए ख़ास तौर पर लिए जा रहे कार्यों की होर्डिंग भी लगायी जाएगी. ज़ाहिर है महिला वोटरों के सहारे बीजेपी मिशन 2024 की चुनावी नय्या को पार करने की तैयारी में है.