प्रयागराज महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के अमृत स्नान से पहले मंगलवार को श्रद्धालुओं से भरी एक नाव संगम में पलट गई. हादसे के दौरान नाव में 10 श्रद्धालु सवार थे, जिनमें से दो श्रद्धालु लापता हो गए और 8 को गंभीर हालत में एसआरएन अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है.
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाया और लापता श्रद्धालुओं की तलाश के लिए एनडीआरएफ-जल पुलिस की टीम ने सर्च ऑपरेशन भी शुरू कर दिया गया है.
पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त नाव पर 10 श्रद्धालु सवार थे, सभी ने लाइफ जैकेट पहनी हुई थी. 8 लोगों को गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि हादसे में लापता हुए दो लोगों की तलाश की जा रही है. नाव में सवार श्रद्धालु देहरादून और कर्नाटक के रहने वाले हैं.
अमृत स्नान के लेकर खास बंदोबस्त
वहीं, बुधवार को माघी पूर्णिमा के मौके पर होने वाले अमृत स्नान के लिए मेला प्रशासन ने मेला क्षेत्र के लिए एक विशेष यातायात योजना समेत विस्तृत व्यवस्था की गई और स्वास्थ्य कर्मियों को भी अलर्ट पर रखा गया है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मेला क्षेत्र को मंगलवार सुबह 4 बजे से 'नो व्हीकल जोन' घोषित कर दिया गया है, लेकिन आपातकालीन और आवश्यक सेवाओं के लिए छूट के साथ यह नियम शाम 5 बजे से पूरे शहर में लागू होगा.
बयान में कहा गया है कि यातायात अव्यवस्था से बचने के लिए सार्वजनिक और निजी वाहनों के लिए निर्दिष्ट पार्किंग स्थल चिह्नित किए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को पैदल स्नान घाट तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो.