उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई. दूल्हे के नशे में होने से बात ऐसी बिगड़ी कि दुल्हन और उसके परिवार वालों ने 'नशेड़ी' दूल्हे के संग दुल्हन के फेरे लेने से इनकार कर दिया. जिससे बारात में हंगामा मच गया. मौके पर पुलिस बुलानी पड़ गई. पुलिस को देखकर नशे में धुत दूल्हा और तमाम बाराती फरार हो गए. लेकिन वधू पक्ष के लोगों ने दूल्हे के पिता और उसके भाई को पकड़ लिया.
जिसके बाद पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई, जहां काफी देर तक सुलह समझौते का दौर चला. मगर लड़की पक्ष के लोग शराबी दूल्हे से दुल्हन की शादी ना करने की बात पर अड़े रहे. आखिर में बारात बिना दुल्हन के बैरंग लौट गई.
आपको बता दें कि बिना दुल्हन के बारात वापस लौटने का यह मामला हरदोई के टड़ियावां थाना इलाके का है. दरअसल, कस्बे के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी बेटी की शादी पचदेवरा थाना क्षेत्र के वीरपाल के पुत्र छत्रपाल के साथ तय की थी. 9 दिसंबर को शादी होनी थी. वर पक्ष के लोग दोपहर में ही वधू पक्ष के यहां पहुंच गए थे.
बारात के पहुंचने पर कन्या पक्ष के लोगों ने बारातियों का खूब स्वागत सत्कार किया. शादी से पहले तिलक चढ़ाए जाने की रस्म भी अदा की गई. तिलक में वधू पक्ष की ओर से अन्य सामग्री के साथ एक बाइक भी दी गई थी. साथ ही एक लाख रुपए नगद दिए गए थे. नकदी को लेकर तिलक के दौरान दोनों पक्षों में कुछ तनातनी हुई थी.
जिस वक्त तिलक समारोह चल रहा था उसी दौरान दूल्हा छत्रपाल अचानक मंडप में बैठे-बैठे गिर गया, जिससे मंडप में अफरा-तफरी मच गई. वधू पक्ष को लगा कि दूल्हे की तबीयत खराब हो गई है, लेकिन कुछ ही देर में दूल्हे की असलियत सामने आ गई. असल में विवाह समारोह के दौरान दूल्हा नशे में टल्ली था. दूल्हे के नशे में होने पर वधू पक्ष के लोगों ने नशेड़ी दूल्हे से शादी करने से साफ इनकार कर दिया.
इसके बाद दोनों पक्षों के बीच में झड़प हो गई. हंगामे की जानकारी पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. हालांकि, पुलिस को देख शराबी दूल्हा और तमाम बाराती मौके से फरार हो गए. लेकिन वधू पक्ष के लोगों ने दूल्हे के पिता और उसके भाई को पकड़ के रखा था.
इसके बाद पुलिस दोनों पक्षों को लेकर थाने पहुंची, जहां पर काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच में समझौता होता रहा, आखिर में मंगलवार दोपहर को यह तय हुआ कि बारात बिना दुल्हन के वापस जाएगी. सारे सामान और इंतजाम का खर्चा वर पक्ष वहन करेगा. इस समझौते के बाद बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई.
इस पूरे मामले को लेकर सीओ सदर संतोष सिंह ने बताया मामले की सूचना पाकर पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई थी. किसी भी पक्ष ने पुलिस में कोई लिखित तहरीर नहीं दी है. अगर कोई तहरीर मिलेगी तो पूरे मामले में तहरीर मिलने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.