उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में एक दुल्हन ने बारात को इसलिए लौटा दिया क्योंकि दूल्हा चढ़ावे में कम ज्वेलरी लेकर शादी करने पहुंचा था. पूरी रात दुल्हन और दूल्हे के परिवारवालों के बीच बातचीत चलती रही लेकिन कोई रास्ता नहीं निकला.
इसके बाद दोनों पक्षों के बीच थाने में समझौता हुआ. फिर दूल्हा बिना दुल्हन लिए अपने घर खाली हाथ लौट गया. मामला सिकन्दरा थाना क्षेत्र के मानपुर गांव का है. यहां के रहने वाले लालाराम ने अपने बेटे कृष्ण मुरारी की शादी बनवारीपुर गांव के रहने वाले श्याम नारायण की बेटी से साथ तय की थी.
इसके बाद रविवार 30 अप्रैल को लालाराम अपने बेटे कृष्ण मुरारी की बारात लेकर बनवारीपुर गांव पहुंचे. मगर, सोमवार की सुबह होते ही दूल्हा बिना दुल्हन लिए बारात लेकर लौटा गया.
लड़की ने शादी करने से किया इनकार
दूल्हा कृष्ण मुरारी का कहना है कि वह बिना किसी लेनदेन के लड़की से शादी कर रहा था. जब वह बारात लेकर पहुंचा तो बारात का स्वागत-सत्कार हुआ. खाना खिलाया गया. शादी की रस्मों को आगे बढ़ाते हुए स्टेज पर जयमाल हुआ. इसके बाद मंडप पर पहुंचे और आभूषण चढ़ाया गया, तो लड़की और उसके घरवालों ने शादी करने से इनकार कर दिया.
दोनों पक्ष समझौते के लिए पहुंचे थाने
इसके बाद मामला थाने पहुंचा लेकिन काफी समझाने के बावजूद भी बात नहीं बनी. जानकारी के मुताबिक, थाने में दोनों पक्षों को समझौते के लिए फिर से बुलाया गया.
दूल्हा और दूल्हे के पिता अपने चढ़ावे के समान के साथ पुलिस स्टेशन पहुंचे जिसके बाद लड़की पक्ष के लोग भी थाने पहुंचे. लड़के के पिता लालाराम ने बताया कि बेटे की शादी के लिए लड़की देखने गए थे. इसके बाद गोद भराई की रस्म हुई थी.
लड़की पक्ष के लोगों ने दहेज मांगने की दी झूठी तहरीर
लड़के के पिता ने कहा कि हमने बिना दहेज की शादी करने की बात कही थी. लड़की वालों ने बारात का स्वागत अच्छा किया. लेकिन जब आभूषण दिया गया तो जेवर कम लाने की बात कहकर शादी करने से मना कर दिया गया.
इसके बाद इन लोगों ने थाने में झूठी तहरीर दी है कि हम दहेज मांग रहे हैं. मेरे जेवर लड़की वाले लौटा दे, हम उनकी अंगूठी और 5,100 रुपये लौटा देंगे. वहीं, लड़की पक्ष के लोगों ने इस बारे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया है. थाने में घंटों चली बातचीत के बाद दोनों पक्षों का समझौता हो गया और दोनों आपसी समझौता कर अपने-अपने घर चले गए.