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'हम नाई हैं, कसाई थोड़ी... आखिर किसके कॉल पर मेरा बेटा घर से निकला', साजिद-जावेद के माता-पिता का सनसनीखेज Interview

Budaun double murder case: बदायूं हत्याकांड के आरोपी भाइयों के पिता बाबू का कहना है, मेरा बेटा जावेद तो उस वक्त घर में मिट्टी डाल रहा था. मेरे बच्चे से ना तो किसी की लड़ाई थी और ना दुश्मनी थी. हम तो बाल काटते हैं. हम नाई हैं. कसाई थोड़ी हैं.

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बदायूं कांड के आरोपी साजिद-जावेद के माता-पिता.
बदायूं कांड के आरोपी साजिद-जावेद के माता-पिता.

UP News: बदायूं में दो बच्चों के कत्ल का आरोपी साजिद पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है. सह आरोपी जावेद बदायूं पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है. इसी बीच आरोपियों के परिवार ने निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है. पिता का कहना है कि वारदात के समय जावेद तो अपनी दादी के मकान के लिए मिट्टी डाल रहा था. उधर, आरोपियों की मां ने वारदात के दिन का पूरा घटनाक्रम सिलसिलेवार तरीके बताया. 

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मंगलवार को हुई वारदात के दिन का पूरा वाकया बताते हुए मां नाजरीन ने कहा, ''दोनों भाई साजिद और जावेद साथ रहते थे. मंगलवार सुबह 7 बजे जावेद और साजिद साथ में निकले थे. 3 बजे जावेद और साजिद वापस घर आ गए थे. जावेद मिट्टी खोदने लगा और साजिद नहाने चला गया. जावेद की पत्नी ने खाना बनाया तो वह नहा-धोकर थोड़ी देर अपनी पत्नी के पास बैठ गया.

इसी बीच, साजिद के पास एक फोन कॉल आया और वह अचानक बाइक स्टार्ट कर चला गया. मेरे पास घड़ी नहीं है जो सही वक्त बता सके, लेकिन अंदाज से जब साजिद घर से निकला था तब शाम के 5 बजे होंगे.

मैंने पूछा तो साजिद ने कहा- एक बदायूं से फोन आ गया है. मैं होकर आ रहा हूं. वहीं, मिट्टी खोद रहे जावेद ने साजिद से पूछा, कहां जा रहे हो? अभी तो आए हो, क्यों जा रहे हो? लेकिन साजिद ने नाम नहीं बताया कि किसका फोन आया और तब तक वह घर से जल्दबाजी में निकल गया.

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मुझे इनकाउंटर में मारे गए साजिद के नंबर पर आए आखरी कॉल की जानकारी चाहिए कि किसने कॉल किया था? जिसके बाद मेरा बच्चा घर से अचानक निकल गया.

2 घंटे के लगभग शाम 7 बजे जावेद के पास एक फोन आया कि तेरे भाई से झगड़ा हो गया है, जल्दी आ जा. हमें लगा कि शायद साजिद का किसी से गाड़ी लेकर आते समय झगड़ा हो गया, तो मैं और मेरी देवरानी बस्ती की तरफ भागे. उधर, जावेद देखने गया कि मेरे भाई से किसका झगड़ा हो गया है. 

हमें कुछ भी नहीं पता चला. फिर दो पुलिस वाले घर पर आए और बताया कि साजिद ने ऐसा काम किया है.जावेद के पास बाइक नहीं थी तो वह पैदल ही भाई से झगड़ा की बात सुनकर भागा था. उस दिन से आज तक जावेद को कभी हमने नहीं देखा.

पहली बार किसने कॉल किया? किसके कॉल पर मेरा बेटा गया, मुझे यह जानना है. पुलिस जावेद के घटनास्थल पर मौजूद होने की बात बता रही है, वह बिल्कुल झूठ है. पुलिस झूठ बोल रही है. मेरा बेटा घर पर था.''

'हम तो बाल काटने का काम करते हैं, किसी से दुश्मनी नहीं'

आरोपी का पिता बाबू कहता है, ''जावेद तो उस वक्त घर में मिट्टी डाल रहा था. मेरे बच्चे से ना तो किसी की लड़ाई थी और ना दुश्मनी थी. हम तो बाल काटते हैं. लोगों की सेवा करते हैं. अगर ऐसा करते तो लोगों के बीच काम कैसे करते. हम नाई हैं. कसाई थोड़ी हैं.

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मंगलवार और गुरुवार को बच्चे समय से आ जाते थे. बाकी दिनों में ग्राहक ज्यादा हुए तो कई बार 9 और रात में 10 भी बजते थे.

'तो कौन अपनी बेटी हमारे बेटे के लिए देता?'

बचपन में जब साजिद की उम्र  7-8 साल थी, तब उसकी तबीयत खराब रहती थी. अब बिल्कुल ठीक है. मेरा बेटा बिल्कुल ठीक था. बचपन में तबीयत खराब थी तो सभी यहां 'छोटे सरकार-बड़े सरकार' की मजार पर जाते हैं. अब साजिद बिल्कुल ठीक था. तबीयत ठीक नहीं होती तो शादी कैसे हो जाती? अगर मेरा बच्चा सही नहीं होता तो कौन अपनी बच्ची की शादी कर देता. मेरा बेटा बिल्कुल ठीक था. कोई ऐसी बात नहीं है.

'तो तमंचा कहां से आ गया?'

पुलिस तो बता रही है कि साजिद के पास तमंचा था, तो जब उसके पास कत्ल करने के लिए चाकू था तो तमंचा कहां से आ गया? कॉल डिटेल से पता लगाया जाए कि साजिद के पास आखिरी कॉल किसकी आया था? 

'जावेद बिल्कुल बेगुनाह'

हमारा पीड़ित परिवार से कोई लड़ाई झगड़ा नहीं था. हमें भी इंसाफ चाहिए. मेरा बच्चा जावेद बिल्कुल बेगुनाह है. साजिद को भी फोन कर बुलाया गया था. हमसे भी पुलिस ने पूछताछ की तो बताया गया कि साजिद को फोन कर बुलाया गया था और किसी के फोन के बाद साजिद चला गया था. आखिर वो कॉल किसका था?'' 

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जानिए क्या है पूरा मामला?

बदायूं की बाबा कॉलोनी में मंगलवार देर शाम दो सगे भाइयों की उस्तरे से काटकर निर्मम हत्या कर दी गई. जबकि हमले में तीसरा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया. इस बीच, पुलिस ने घटना के आरोपी को एक एनकाउंटर में मार गिराया. जबकि सह आरोपी जावेद फरार हो गया था, जिसे गुरुवार को बरेली से पकड़ लिया गया.  

यह भी पढ़ें: 'साजिद पर ऊपरी हवा का असर था, जावेद तो बेकसूर है...', दूसरे फरार आरोपी की दादी का बयान, बोली- वो डरकर भागा है

बता दें कि सिविल लाइंस थाना इलाके की बाबा कॉलोनी में नाई की दुकान चलाने वाले साजिद औ जावेद ने घर में घुसकर तीन सगे भाइयों आयुष, युवराज और आहान उर्फ हनी पर उस्तरे से हमला किया, जिसमें आयुष (12) और आहान उर्फ हनी (8) की मौत हो गई. जबकि घायल अवस्था में युवराज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 

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