उत्तर प्रदेश के बदायूं में करंट लगने से मां-बेटे की मौत हो गई. रात को हुए इस हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों में बिजली विभाग के प्रति आक्रोश व्याप्त है. पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. आइए जानते हैं कैसे हुआ ये दर्दनाक हादसा...
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बदायूं के दातागंज इलाके में एक महिला और उसके बेटे की करंट लगने से मौत हो गई. हादसा तब हुआ जब उनके घर के चारों ओर लगे लोहे की बाड़ पर हाईटेंशन बिजली का तार गिर गया. पहले इसकी चपेट में महिला आई फिर उसे बचाने गया बेटा भी करंट की जद में आ गया.
उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि राजेंद्र देवी (58) ने मंगलवार देर रात गलती से बाड़ को छू लिया था. जब उसका बेटा उमेश (37) उसे बचाने के लिए बाहर आया, तो वह भी अपनी मां के साथ करंट की चपेट में आ गया. जिसके चलते दोनों की मौत हो गई. मृतक कृषि क्षेत्र उसावा कस्बे के वार्ड नंबर तीन के निवासी थे.
एसडीएम ने कहा कि देवी के पति आशाराम, जो किसान हैं ने जानवरों को अंदर आने से रोकने के लिए घर में लोहे के तार से बाड़ लगाई थी. मंगलवार देर रात पास से गुजर रहा उच्च शक्ति का बिजली का तार अचानक घर की बाड़ पर गिर गया, जिसके बाद यह घटना हुई. बिजली विभाग पीड़ितों के परिवार को मुआवजा देगा.
वहीं, मृतक के भाई ने बताया कि मेरी मां रात को उठी थी. तभी अचानक से उनके पैर में तार लग गया. जब वह गिर पड़ी तो मेरे भाई उमेश ने उन्हें उठाने का प्रयास किया लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गया. बिजली शटडाउन करने के लिए बिजली कर्मचारियों को कई फोन किए. मगर एक भी कर्मचारी ने फोन नहीं उठाया.