यूपी के पूर्व मंत्री और राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने अलग-अलग जगहों पर चल रहे मंदिर-मस्जिद विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर ढूंढने की प्रथा आगे चलकर बहुत महंगी साबित होगी. अगर यही चलता रहा तो हर मंदिर में बौद्ध मठ ढूंढना शुरू कर देंगे.
वहीं, सरकार पर हमला बोलते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी जानबूझकर साजिश के तहत हिंदू-मुस्लिम का एजेंडा उठाती है. बीजेपी ही माहौल खराब कर रही है. मदरसों में अतंकवादी खोजना और मस्जिद में मंदिर ढूंढना की प्रथा गलत है.
हर मंदिर के नीचे मिलेगी बौद्ध मूर्ति: मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर यही परिपाटी जारी रही तो हम हर मंदिर में बौद्ध मठ ढूंढना शुरू कर देंगे. इतिहास के पास इस बात का साक्ष्य है कि बद्रीनाथ, केदारनाथ धाम आदि बौद्ध मठ थे. अयोध्या में तीन बार खुदाई हुई, तीनों बार बौद्ध साक्ष्य अवशेष मिले, राम के अवशेष नहीं मिले थे. इसलिए इतिहास नहीं कुरेदना चाहिए.
बहुजन समाज पार्टी में जाएंगे क्या?
बसपा में जाने के सवाल पर मौर्य ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी बाबा साहब के मिशन से हटी तो मैं भी पार्टी से हट गया. वहां जाने कि कोई संभावना नहीं है. बहन जी इस समय मिशन पर काम नहीं कर रही हैं तो कोई उनके पास क्यों जाएगा. मुझे जाना होता तो अपनी पार्टी क्यों बनाता. बसपा का एजेंडा है- जिसकी जितनी थैली भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी. बसपा का मुद्दा ही अब कुछ और हो गया है.
वहीं, जेल से लिखे गए आजम खान के लेटर पर मौर्य ने कहा कि वो सपा के बड़े नेता हैं. फिलहाल, सपा की भूमिका से खिन्न हैं. सपा को जिस तेवर में उनके बचाव में आना चाहिए था वह नहीं आई. ऐसे में उनका दर्द अपनी जगह सही है. समाजवादी पार्टी डर के काम करती है, मैं सपा में भी नहीं जाऊंगा. इतने सांसद होने के बावजूद विपक्ष की भूमिका नहीं निभा पा रही. ईडी सीबीआई का डर है क्या?
बकौल स्वामी प्रसाद मौर्य- कांग्रेस ने भी अल्पसंख्यकों का फायदा उठाया. जो आपके साथ खड़ा है उसके साथ आपको खड़े होना चाहिए. इंडिया गठबंधन में विपक्ष की भूमिका दिखाई नहीं दे रही है, नेता कोई भी हो. कुल मिलाकर विपक्ष अपनी भूमिका नहीं निभा पा रहा है.