उत्तर प्रदेश में आज से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं. इसी सिलसिले में आज बुलंदशहर के खुर्जा में एक छात्रा अपनी मामी की जगह एग्जाम देते पकड़ी गई है. इस मामले में परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक की शिकायत पर पुलिस एक्शन ले रही है.
जानकारी के अनुसार, यह मामला परीक्षा के पहले दिन खुर्जा के महादेवी अयोध्या नाथ कन्या इंटर कॉलेज किला रोड का है. यहां मामी की जगह पर भांजी एग्जाम दे रही थी. फ्लाइंग स्क्वाड और परीक्षा में ड्यूटी कर रहे शिक्षक ने चेकिंग के दौरान जब फोटो मैच किया तो वह फॉर्म पर लगे फोटो से मैच नहीं हुआ.
इसी के साथ प्रवेश पत्र पर भी लगा फोटो अलग था. अधिकारियों ने परीक्षा दे रही छात्रा से पूछताछ शुरू की तो वह हड़बड़ा गई. बाद में परीक्षा देने वाली छात्रा को पुलिस और प्रशासन के सुपुर्द कर दिया गया. इस मामले को लेकर बताया जा रहा है कि मामी की जगह भांजी परीक्षा देने पहुंची थी, जिसका खुलासा चेकिंग के दौरान हो गया.
प्रधानाचार्य व केंद्र व्यस्थापक का कहना है कि जिस छात्रा को परीक्षा देनी थी, उसकी जगह पर दूसरी छात्रा हाईस्कूल का दे रही थी, जो कि नियमानुसार सही नहीं है. खुर्जा नगर कोतवाली पुलिस ने केंद्र व्यवस्थापक की तहरीर पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए सरकार ने जारी किए थे ये आदेश
बता दें कि उत्तर प्रदेश में हाईस्कूल (कक्षा 10वीं) और इंटरमीडिएट (कक्षा 12वीं) बोर्ड परीक्षा 2023 में नकल करते हुए पकड़े जाने पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम-1980 (NSA) लगाने की बात कही गई थी. इसमें शामिल शिक्षक या अन्य किसी की संलिप्त पाए जाने पर कुर्की किए जाने की भी बात सामने आई थी.
इस बार उन स्कूलों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है, जिनके खिलाफ एसटीएफ ने रिपोर्ट दी थी. परीक्षा पेपर भी डबल लॉक में रखे जा रहे हैं, जिसका अलग स्ट्रांग रूम बनाया गया. स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाए गए हैं.
नकलचियों पर NSA और कुर्की का आदेश
महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरन आनंद ने निर्देश जारी कर कहा था कि उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी बोर्ड को नकलविहीन बनाने के लिए परीक्षा के बाद कॉपियों की रैंडम चेकिंग की जाएगी. नकल रोकने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं, नकल करने वाले छात्रों को अब बख्शा नहीं जाएगा.
उन्होंने कहा था कि यूपी सरकार उनपर NSA लगाएगी. नकल में शामिल पाए जाने वाले परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक कक्ष निरीक्षक के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी. इसके साथ ही उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी की जाएगी.