अंबेडकर नगर जिले की कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में चुनाव लड़ रहे सभी 11 प्रत्याशियों को अपने चुनावी खर्च का पूरा हिसाब किताब रखना अनिवार्य होगा. चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं. व्यय की सही निगरानी के लिए आयोग ने व्यय प्रेक्षक नियुक्त किया है और जिला निर्वाचन कार्यालय ने भी एक विशेष समिति का गठन किया है.
रिटर्निंग अफसर ने बताया कि चुनाव चिन्ह मिलने के बाद प्रत्याशियों को चुनाव खर्च का रजिस्टर तैयार करने को कहा गया है. इस रजिस्टर में हर खर्च का विवरण दर्ज करना होगा. खर्च के निरीक्षण की तिथियां भी तय कर दी गई हैं. पहला निरीक्षण 4 नवंबर, दूसरा 7 नवंबर और तीसरा 10 नवंबर को होगा. इसके बाद 13 नवंबर को मतदान होना है.
एक-एक रुपये का देना होगा हिसाब
निरीक्षण के दौरान प्रत्याशियों को अपने व्यय एजेंट के माध्यम से खर्च का रजिस्टर और अन्य दस्तावेज जैसे बैंक स्टेटमेंट, बिल-बाउचर, और शपथ पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा. रोजाना खर्च का हिसाब इस रजिस्टर में मेंटेन करना जरूरी है. लापरवाही करने पर प्रत्याशी पर चुनाव लड़ने से प्रतिबंध लगाया जा सकता है.
कटेहरी विधानसभा से 11 प्रत्याशी मैदान में हैं
कटेहरी विधानसभा उपचुनाव में कुल 11 प्रत्याशी मैदान में हैं. 14 नामांकन में से 2 खारिज हुए और 1 प्रत्याशी ने नाम वापस ले लिया. अब भाजपा, सपा, बसपा, पीस पार्टी, सीपीआई, आजाद समाज पार्टी समेत 4 निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मुकाबले में शामिल हैं. सभी को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए गए हैं.
बता दें, अंबेडकर नगर जिले की कटेहरी विधानसभा सीट का 66 साल पुराना इतिहास है. 1962 में अस्तित्व में आई इस सीट पर वर्ष 1991 में बीजेपी ने अपनी जीत दर्ज कराई थी. इसके बाद से अब तक इस सीट पर बसपा और सपा के उम्मीदवार जीतते रहे हैं.
(रिपोर्ट- कृष्णा कुमार पांडेय)