उत्तर प्रदेश के गोंडा में मंगलवार को एक साइबर ठग गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये लोग बीमा पॉलिसी की राशियों को दिलाने के नाम पर ठगी करते थे. पुलिस के मुताबिक, ये गैंग पंजाब, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और चंडीगढ़ में लोगों को अपना शिकार बनाते थे. इस गैंग के एक आरोपी अपने नाना के नाम से कई बैंक अकाउंट खुलवा कर उसमें पैसा मंगवाता था.
मामले में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर और जनपद के स्वाट टीम के ने साइबर अपराधियों के गिरोह का खुलासा किया है. इसमें आरोपी उमाशंकर जायसवाल, राहुल पांडे और प्रदीप शर्मा को गिरफ्तार किया गया है. उमाशंकर जायसवाल गोंडा का रहने वाला है. राहुल पांडे बलरामपुर का रहने वाला है और प्रदीप शर्मा बुलंदशहर का रहने वाला है.
अमृतसर की नेत्र विशेषज्ञ से ठगी
दरअसल, 7 मई को अमृतसर की नेत्र विशेषज्ञ श्रीमती मनदीप कौर ने पुलिस अधीक्षक को यह सूचना दी कि उनकी एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस की पॉलिसी मैच्योर हो गई है. यह 14 लाख 50 हजार की पॉलिसी थी. उसको यह पैसा दिलवाने के नाम पर 44 हजार रुपये के करीब किसी ने ठग लिया है और वह जिस अकाउंट में पैसा गया है वह जनपद गोंडा के बैंक का अकाउंट है.
नाना के नाम खुलवाए थे बैंक अकाउंट
इस बात की सूचना पर कोतवाली नगर में तत्काल मामला दर्ज किया. इसके बाद जांच के लिए स्वाट टीम को लगाया गया. जांच में पता चला कि अकाउंट किसी रामप्रताप नाम के युवक के हैं और वह गोंडा में वृद्धा आश्रम में रह रहा है. इसके बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो पता चला यह अकाउंट उसके नाती खुलवाए हैं. ये लोग फर्जी कॉल सेंटर से कॉल कराके रुपये अपने बैंक खाते में डायवर्ट कराते थे.
तीनों आरोपी को कोर्ट में किया गया पेश
इसके बाद एटीएम के थ्रू पैसे निकाल लेते थे. यह काम राहुल पांडे और प्रदीप शर्मा करता था. फिलहाल तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है. सात ही चीटिंग करने की धारा 419, 420 के साथ में 67 , 68 , 71 आईपीसी की धाराएं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
(रिपोर्ट- आंचल)