उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पशु प्रेम किसी से छिपा नहीं है. चाहे गोरखपुर के गौशाला की गायों से हो या उनके आश्रम में कालू नाम के कुत्ते से. आए दिन उनका प्रेम देखने को मिल ही जाता है. सीएम योगी ने अपनी इसी एनिमल लवर की प्रवृति को प्रदेश के अन्य एनिमल लवर या यूँ कहे डॉग लवर के लिए एक स्कीम के रूप में लाया गया है.
इसके तहत स्ट्रीट डॉग पालने वाले को नगर-निगम की तरफ से मुफ्त रजिस्ट्रेशन से लेकर वैक्सीनेशन, दवा और इलाज तक की सुविधा दिया जाएगा. इससे न केवल कुत्तों के हमलों पर अंकुश लगेगा, बल्कि डॉग लवर की जेब पर भी खर्च न के बराबर आएगा. वाराणसी नगर-निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि यूपी सरकार आवारा कुत्तों की वजह से बढ़ रही घटनाओं पर लगाम लगाने के मकसद से एक स्कीम लेकर आई है.
अगर, कोई एनिमल लवर स्ट्रीट डॉग को पालना चाहता है, तो नगर-निगम उसका निशुल्क पंजीयन तो करेगा. साथ ही उनका पूरा वैक्सीनेशन भी मुफ्त होगा. इतना ही नहीं ऐसे डॉग लवर को समय-समय पर प्रोत्साहित भी किया जाएगा. इससे आवारा कुत्तों का जीवन-यापन भी आसानी से हो सकेंगे. उन्होंने आगे बताया कि स्ट्रीट डॉग के बर्थ कंट्रोल के लिए ABC प्रोग्राम के तहत नसबंदी का कार्यक्रम भी चलाया जाता है.
नसबंदी के लिए कई संस्था आ रही है आगे
ऐसा भी नहीं है कि कुत्तों का नसबंदी कार्यक्रम सफल नहीं हो रहा है, बल्कि नसबंदी कार्यक्रम में और तेजी लाई जा रही है. BHU का वेटनरी विभाग भी नसबंदी के ABC कार्यक्रम में आगे मदद के लिए आ रही है. कुछ अन्य संस्थाएं भी आगे आ रही है. इसके अलावा नगर निगम पशु पॉली क्लीनिक बनने जा रही है. इसके लिए स्मार्ट सिटी को नगर आयुक्त ने संदर्भित कर दिया है.