उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सड़कों पर नमाज अदा करने पर रोक लगाने के अपनी सरकार के फैसले का बचाव किया. साथ ही उन्होंने प्रयागराज में महाकुंभ को धार्मिक अनुशासन और व्यवस्थित आचरण का एक आदर्श उदाहरण बताया. न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ एक विशेष साक्षात्कार में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रयागराज महाकुंभ का उदाहरण देते हुए कहा कि 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई और इस पूरे आयोजन के दौरान की कोई घटना सामने नहीं आई.
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'सड़कें चलने के लिए होती हैं और जो लोग ऐसा कह रहे हैं... उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए. प्रयागराज में 66 करोड़ लोग आए... कहीं लूटपाट नहीं हुई, कहीं आगजनी नहीं हुई, कहीं छेड़छाड़ नहीं हुई, कहीं तोड़फोड़ नहीं हुई, कहीं अपहरण नहीं हुआ, यही अनुशासन है, यही धार्मिक अनुशासन है. करोड़ों हिंदू श्रद्धा के साथ प्रयागराज महाकुंभ में आए, महास्नान में भाग लिया और फिर अपने गंतव्य की ओर बढ़ गए. त्योहार और उत्सव या ऐसे कोई भी आयोजन बदतमीजी का माध्यम नहीं बनने चाहिए. अगर सुविधा चाहिए तो अनुशासन का पालन करना भी सीखो.'
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VIDEO | EXCLUSIVE: Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath (@myogiadityanath) describes the state administration's decision to ban namaz on roads as right, adding that people should learn discipline from devotees who came to Prayagraj during Maha Kumbh.
"Roads are meant for walking… pic.twitter.com/XSQvRxIJRF— Press Trust of India (@PTI_News) April 1, 2025
यूपी में सड़कों पर नमाज पढ़ने पर है प्रतिबंध
बता दें कि ईद के मौके पर यूपी सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए सभी जिलों की पुलिस ने आदेश जारी किया था कि सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ी जाएगी और निर्धारित स्थलों पर ही इस तरह के आयोजन होंगे. मेरठ पुलिस ने एक निर्देश जारी कर कहा था कि इस वर्ष शहर में ईद की नमाज केवल निर्धारित स्थानों जैसे कि निकटतम मस्जिदों और फैज-ए-आम इंटर कॉलेज के मैदान तक ही सीमित रहेगी. राज्य सरकार के इस निर्देश के बाद मुस्लिम धर्म गुरुओं ने भी लोगों से अपील की थी कि वे निर्धारित स्थलों पर ही ईद की नमाज अदा करें.
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उत्तर प्रदेश में सोमवार को ईद की नमाज चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदा की गई, जिसमें AI-इनेबल्ड ड्रोन सर्विलांस और सोशल मीडिया सर्विलांस शामिल थे. वहीं मेरठ में मामूली झड़प में कुछ लोग घायल हो गए और तीन गिरफ्तारियां हुईं. मुरादाबाद में नमाजियों की ईदगाह में प्रवेश को लेकर पुलिस के साथ बहस हुई. ईदगाह में भीड़ बढ़ने के कारण पुलिस ने कुछ देर के लिए एंट्री बंद कर दी थी, जिस पर लोगों ने आपत्ति जताई. कुछ लोग ईदगाह के बाहर सड़क पर नमाज अदा करने की कोशिश करने लगे तो पुलिस ने हस्तक्षेप किया और उन्हें ऐसा करने से रोका. ईदगाह में भीड़ कम होने के बाद लोगों को प्रवेश की अनुमति दी गई और उन्होंने नमाज अदा की.
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निजी स्वार्थ का केंद्र बन गया है वक्फ: CM योगी
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर एक सवाल का जवाब देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुधार समय की मांग है. उन्होंने कहा, 'हर अच्छे काम का विरोध होता है. इसी तरह वक्फ संशोधन विधेयक पर भी हंगामा हो रहा है. जो लोग इस मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं...क्या वक्फ बोर्ड ने कोई कल्याण किया है? सब कुछ छोड़िए, क्या वक्फ ने मुसलमानों का भी कोई कल्याण किया है? वक्फ निजी स्वार्थ का केंद्र बन गया है. यह किसी भी सरकारी संपत्ति पर जबरन कब्जा करने का माध्यम बन गया है और सुधार समय की मांग है. हर सुधार का विरोध किया जाता है. देश, काल और परिस्थिति के अनुसार हमें ऐसे सुधारों के लिए तैयार रहना चाहिए. मुझे लगता है कि वक्फ कानून में संशोधन का मुस्लिम समाज को ही सर्वाधिक लाभ होगा.'
योगी के बयान पर क्या बोले अखिलेश यादव?
वहीं, सीएम योगी के बयान पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आई है. अखिलेश ने कहा, कहते हैं कि कुंभ में 66 करोड़ आए हैं. अगर 66 करोड़ लोगों को गिन सकते हैं तो उन हिन्दू के बारे में बताए कि कितने हिन्दू खो गए. कितने हिन्दू मारे गए कुंभ में. उनकी गिनती बताएं. भगदड़ की सीसीटीवी कहां है? लोगों को सुविधा नहीं दे पाए.. ये सड़क पर नमाज की बात नहीं है. मैंने अधिकारी से पूछा कि मुझे क्यों नहीं जाने दे रहे हो ईद के कार्यक्रम में? अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था. पूर्व सीएम को रोक दिया ताकि ईद पर हम लोग न जा पाएं. हिन्दू जाग गए हैं, इसलिए ईद पर अब ये लोग किट बांट रहे हैं.