मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर पर यूपी के सभी जिलों में चैत्र रामनवमी के दिन 24 घंटे का श्रीरामचरिमानस का अखंड पाठ होगा. जो 05 मार्च दोपहर से शुरू होगा और इसकी पूर्णाहुति 06 मार्च को श्रीरामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे होगी. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद सभी जनपदों में देवालयों/मन्दिरों में आवश्यक व्यवस्थाएं प्रारम्भ कर दी गई हैं. इस धार्मिक आयोजन की सफलता के लिए प्रदेश भर के मंदिरों और देवालयों में आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
विशेष तैयारियों पर जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर चैत्र नवरात्र और श्रीरामनवमी से संबंधित तैयारियों की व्यापक समीक्षा की. उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों जैसे देवीपाटन मंदिर (बलरामपुर), शाकुंभरी देवी मंदिर (सहारनपुर), विंध्यवासिनी देवी धाम (मिर्जापुर) सहित अन्य प्रमुख देवी मंदिरों में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है. इसके अतिरिक्त, अयोध्या में सूर्य तिलक के दिव्य दर्शन के लिए देशभर से श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना को देखते हुए विशेष तैयारियों की आवश्यकता है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं. कतार में खड़े श्रद्धालुओं को तेज धूप से बचाने के लिए जूट मैटिंग की व्यवस्था कराई जाए. इसके अलावा, सभी मंदिरों और देवालयों में स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और छायादार स्थान बनाए जाएं ताकि भक्तगण बिना किसी असुविधा के दर्शन कर सकें.
धार्मिक आयोजन को लेकर व्यापक जनसंपर्क
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रीरामचरितमानस के अखंड पाठ की व्यापक जानकारी आमजन तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का उपयोग किया जाए. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने की भी व्यवस्था होनी चाहिए ताकि जो लोग मंदिरों में नहीं पहुंच पा रहे हैं, वे अपने घरों से ही इस दिव्य आयोजन का लाभ उठा सकें. इसके लिए विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्मों का उपयोग किया जाए और स्थानीय प्रशासन को भी इसमें सक्रिय भूमिका निभाने के लिए निर्देशित किया गया है.
समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश
प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि श्रीरामचरितमानस अखंड पाठ के दौरान मंदिरों में शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे. जिला प्रशासन को यह भी निर्देश दिया गया है कि धार्मिक स्थलों के आसपास अराजक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाए और असामाजिक गतिविधियों को पूरी तरह से रोका जाए.
बिजली आपूर्ति और स्वच्छता व्यवस्था पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चैत्र नवरात्र के दौरान पूरे प्रदेश में निर्बाध रूप से 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो. उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिरों के आसपास किसी भी प्रकार की अंडा, मांस और मदिरा की दुकानें न हों और अवैध स्लाटरिंग को पूरी तरह रोका जाए. इस संबंध में नगर विकास विभाग और ग्राम्य विकास विभाग को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि नगरों और गांवों में मंदिर परिसरों सहित पूरे क्षेत्र में स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए. आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त सफाई कर्मियों को तैनात किया जाए ताकि श्रद्धालुओं को स्वच्छ और शांतिपूर्ण वातावरण मिले.
सुरक्षा एवं भीड़ प्रबंधन के निर्देश
भीड़ प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रमुख मंदिरों और शक्तिपीठों पर स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक प्रभावी भीड़ प्रबंधन योजना लागू की जाए. पुलिस को फुट पेट्रोलिंग बढ़ाने और सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही, सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और मॉनिटरिंग को प्रभावी बनाने के लिए भी कहा गया है ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था को तुरंत नियंत्रित किया जा सके.
अयोध्या में विशेष इंतजाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि रामनवमी के अवसर पर अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है, इसलिए प्रशासन को विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में सुचारू यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, पार्किंग की उचित व्यवस्था हो, और सार्वजनिक सुविधाओं को दुरुस्त किया जाए. साथ ही, साफ-सफाई और शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.