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'लोग कहते हैं कि अपराधियों पर कार्रवाई करते हैं डर नहीं लगता', CM योगी ने बताई असली बात

सीएम योगी ने गौतमबुद्ध नगर में कहा कि पिछली सरकारों की दंगा पॉलिसी आपने देखी. पिछली सरकारों में केवल गुंडे सुरक्षित थे, लेकिन आज उत्तर प्रदेश के अंदर वो गुंडे असुरक्षित महसूस करते हैं. अगर जनता खुश है तो इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या होगी.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. (File Photo)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. (File Photo)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी सरकार की दंगा पॉलिसी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में आज गुंडे ही असुरक्षित महसूस करते हैं. पिछली सरकारों में गुंडे सुरक्षित थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है.

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दरअसल, सोमवार को सीएम योगी गौतमबुद्ध नगर में 'प्रबुद्धजन सम्मेलन' में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा,'अगर जनता खुश है तो इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या होगी. लोग कहते हैं कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं डर नहीं लगता? मैं कहना चाहता हूं कि अगर जनता सुरक्षित है खुद मेरी सुरक्षा भी उसी में निहित है. पिछली सरकारों की दंगा पॉलिसी आपने देखी. पिछली सरकारों में केवल गुंडे सुरक्षित थे, लेकिन आज वो गुंडे असुरक्षित महसूस करते हैं.'

CM के लिए अभिशप्त क्यों था गौतमबुद्ध नगर?

गौतमबुद्ध नगर के बारे में बात करते हुए सीएम योगी ने कहा,'यह वही गौतमबुद्ध नगर है, जो 2017 के पहले प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के लिए अभिशप्त हुआ करता था. मैं तब यह समझ नहीं पाया था कि गौतमबुद्ध नगर यूपी का भाग है और सीएम के लिए अभिशप्त क्यों है. फिर मैंने सूची देखकर अनुमान लगाया कि यह प्रदेश के सीएम के लिए अभिशप्त इसलिए थी, क्योंकि उनके द्वारा भेजे जाने वाले नौकरशाह जनता को कंगाल करते थे और अपने आप और संरक्षकों को मालामाल करते थे. यह तथ्य सामने ना आए, इसलिए प्रयास किया जाता था कि इन तथ्यों पर धूल झोंकी जाए. जब तक पट्टी बंधी रहे, तब तक अच्छा है.'

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'2014 के पहले और अब के भारत में अंतर'

केंद्र सरकार की पॉलिसी की तारीफ करते हुए सीएम योगी ने कहा,'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के अंदर बड़ा बदलाव करते हुए सकारात्मक वातावरण दिया है. 2014 के पहले का भारत और इसके बाद के भारत में बहुत अंतर है. 2014 के पहले का भारत समस्याओं और अविश्वास से भरा हुआ था. पहले देश के लोग विदेश में पहचान के लिए मोहताज थे, पासपोर्ट की कोई वैल्यू नहीं थी. लेकिन अब ऐसा नहीं है.'

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