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इधर-उधर पड़ी लाशें, खाली मैगजीन और खोखे... अमेठी हत्याकांड के बाद ऐसा था घर का मंजर, पूरी प्लानिंग के साथ की गई वारदात

Amethi Murder Case: शुरुआती जांच के मुताबिक, जिस तरीके से टीचर सुनील कुमार और उनके पूरे परिवार की गोली मारकर हत्या की गई, उससे मालूम पड़ता है कि हत्यारा इलाके को भली-भांति जानता था. क्योंकि, चार लोगों के मर्डर के लिए ऐसा वक्त चुना गया जब शाम को दुर्गा पंडाल में लगे साउंड की तेज आवाज आ रही थी. 

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अमेठी में चार लोगों की हत्या से हड़कंप
अमेठी में चार लोगों की हत्या से हड़कंप

उत्तर प्रदेश के अमेठी में हुए हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. शुरुआती जांच के मुताबिक, जिस तरीके से टीचर सुनील कुमार और उनके पूरे परिवार की गोली मारकर हत्या की गई, उससे मालूम पड़ता है कि हत्यारा इलाके को भली-भांति जानता था. क्योंकि, चार लोगों के मर्डर के लिए ऐसा वक्त चुना गया जब शाम को दुर्गा पंडाल में लगे साउंड की तेज आवाज आ रही थी. 

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घटनास्थल से महज 50 मीटर की दूरी पर ये दुर्गा पंडाल था, जहां शाम के वक्त हो रही पूजा और साउंड की तेज ध्वनि से फायरिंग की आवाज नहीं सुनाई पड़ी. इतना ही नहीं भीड़-भाड़ के बीच हत्यारा वारदात को अंजाम देकर बड़ी आसानी से फरार भी हो गया और किसी की नजर में नहीं आया. 

3 सितंबर की शाम को हत्यारे ने शिवरतनगंज थाना क्षेत्र में बीच बाजार किराये के मकान में रह रहे टीचर सुनील कुमार, पत्नी पूनम भारती और दो मासूम बच्चियों को गोलियों से भून दिया था. इस घटना को लेकर पड़ोस के एक दुकानदार ने बताया गोलियों की आवाज सुनकर उनको घटना की जानकारी हुई, जिसके बाद दुर्गा पंडाल में मौजूद पुलिस टीम को सूचना दी गई. इससे इलाके में हड़कंप मच गया. देखते ही देखते भारी फोर्स जमा हो गई. 

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मौके से 9 खोखे, एक जिंदा कारतूस और पिस्टल की मैगजीन मिली

पुलिस को घटनास्थल के पास से 9 खोखे, एक जिंदा कारतूस और एक खाली पड़ी पिस्टल की मैगजीन मिली है. जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. शुरुआती तफ्तीश में पुलिस के हाथ कुछ महत्त्वपूर्ण सुराग लगे हैं. जैसे- हत्यारा बीच बाजार में तंग गली से अंदर घुसा, कोई फोर्स एंट्री के निशाना नहीं मिले. उसे मृतक के घर का रास्ता अच्छे से पता था.

आशंका है कि सुनील कुमार और उनके परिवार भी बदमाशों को अच्छे से जानता था, जिसकी वजह से उन लोगों ने कोई शोर भी नहीं मचाया. वहीं, बगल के कुछ लोगों ने गोली की आवाज तो सुनी लेकिन किसी को भागते नहीं देखा. 

पुलिस का कहना है कि बदमाश शाम 7 बजे के करीब वारदात को अंजाम देने के बाद घर के पीछे छत से फरार हो गए. जब टीम मौके पर पहुंची तो आंगन में लगे हैंडपंप के पास सुनील कुमार खून से लथपथ पड़े थे. बगल में पत्नी पूनम कच्चे आंगन वाले हिस्से पर पड़ी थी और थोड़ी ही दूर पर दोनों बेटियां पड़ी थीं. पास में खाली मैगजीन, कई खोखे और एक जिंदा कारतूस मिली. 
 
पुलिस की 6 टीमें खुलासे के लिए लगाई गईं 

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पुलिस सूत्रों की मानें इस हत्याकांड में दो से अधिक असलहों का इस्तेमाल किया गया. घटना को अंजाम देने आए बदमाश पैदल ही घर तक पहुंचे थे. फिलहाल, अमेठी और रायबरेली पुलिस की 6 टीमें हत्याकांड के खुलासे के लिए लगाई गई हैं. घटना पर एसपी, आईजी, एडीजी नजर बनाए हुए हैं.  खुद सीएम योगी इसका संज्ञान लिया है. 

आपको बता दें कि अमेठी के शिवरतनगंज क्षेत्र में हादसे का शिकार हुआ टीचर का परिवार रायबरेली जिले के गदागंज थाने के गांव सदामापुर निवासी था. वारदात की सूचना पर मृतक टीचर सुनील कुमार कुमार के पिता रामगोपाल ने बताया कि हम लोगों को कुछ पता नहीं कि यह क्यों हुआ. कुछ दिन पहले बहू ने एक आदमी (चंदन वर्मा) के खिलाफ छेड़खानी करने का मामला दर्ज कराया था. फिलहाल, उस चंदन की तलाश की जा रही है.  

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