उत्तर प्रदेश के मेरठ में दो ज्वैलरी कारोबारियों के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं. ये एक्शन मुंबई पुलिस की शिकायत के बाद लिया गया. मामला कॉमेडियन सुनील पाल के अपहरण से जुड़ा बताया जा रहा है. आरोप है कि जिन बदमाशों ने सुनील पाल से फिरौती की रकम वसूली थी, उन्हीं लोगों ने इस फिरौती की रकम से मेरठ के इन कारोबारियों से ज्वैलरी खरीदी है. साथ ही फिरौती की रकम को भी ज्वैलर्स के अकाउंट में ट्रांसफर किया है. इसी वजह से कारोबारियों के अकाउंट को फ्रीज किया गया है.
इसकी शिकायत कारोबारियों ने बाद में मेरठ पुलिस से की, जिसपर मेरठ पुलिस ने मुंबई पुलिस से संपर्क किया, जहां पता चला कि किसी फिरौती के मामले में ली गई रकम से ज्वैलरी शॉप से सामान खरीदा गया और फिरौती की रकम को ज्वैलर्स के अकाउंट में ट्रांसफर किया गया है. इसी वजह से दो अकाउंट्स फ्रीज किए गए.
मेरठ पुलिस के दखल के बाद फिलहाल कारोबारियों के अकाउंट तो चालू कर दिए गए हैं , लेकिन संदिग्ध रकम को अभी फ्रीज ही रहने दिया गया है. ये रकम लगभग 6 से 7 लाख रुपये के आसपास की बताई जा रही है. वहीं, कारोबारियों का कहना है कि उनको मीडिया से पता चला कि उनके खाते में आई रकम मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल के अपहरण मामले में ली गई फिरौती की है.
बकौल कारोबारी- हमें ऑनलाइन पैसा दिया गया था. दो लोग दुकान पर ज्वैलरी खरीदने आए थे. उन्होंने सुनील शंकर राव पाल के नाम से बिल कटवाए थे. मामले से मेरठ के थाना लालकुर्ती पुलिस को अवगत करा दिया है. फिलहाल, पुलिस जांच में जुटी है. हालांकि, मेरठ पुलिस का कहना है कि मुंबई पुलिस ने उनको मामला नहीं बताया है कि कौन से केस की यह रकम है.
जानिए पूरी कहानी
दरअसल, कुछ दिन पहले ही मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल ने कहा था कि उनका अपहरण किया गया था. किडनैपरों ने उनसे फिरौती की रकम वसूली थी. इस बाबत में उन्होंने मुंबई पुलिस को बताया कि हरिद्वार से मेरठ के बीच उनको अगवा किया था और आंखों पर पट्टी बांधकर एक कमरे में रखा गया था. आखिर में 20 लाख रुपये की फिरौती की रकम मांगी गई थी. बाद में साढ़े 7 लाख लेने के बाद छोड़ा गया.
उनके चंगुल से छूटने के बाद सुनील गाजियाबाद पहुंचे और वहां से कश्मीरी गेट होते हुए एयरपोर्ट पहुंचे. फिर वहां से अपने घर के लिए मुंबई रवाना हुए. घर पहुंचने के बाद मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
इसी बीच मेरठ में एक घटना सामने आई जिसमें मुंबई पुलिस ने जिले के दो सर्राफ कारोबारियों के अकाउंट फ्रीज कर दिए. जिसमें आकाशगंगा ज्वैलर्स और राधेलाल राम अवतार ज्वैलर्स के अकाउंट शामिल हैं. इसके बाद ज्वैलर्स कारोबारी मेरठ पुलिस के पास पहुंचे और उन्होंने इस बात की जानकारी दी.
राधेलाल राम अवतार ज्वैलर्स के मालिक संजय सिंगल ने बताया कि 3 दिसंबर को उनकी दुकान पर दो लोग आए थे, जिन्होंने ज्वैलरी पसंद की और ज्वैलरी पसंद करने के बाद उन्होंने ₹10000 एडवांस के तौर पर दिए. उसके बाद उन्होंने बैंक डिटेल मांगी और कहा कि आपके बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे. इसके बाद चार अलग-अलग अकाउंट से उनके अकाउंट में पैसे आए, इसके स्क्रीनशॉट भी उन्होंने भेजे और शाम 6 बजे के आसपास सामान लेकर चले गए.
टोटल 23,0000 रुपये उनके अकाउंट में आए, जबकि 22,5000 रुपये का सामान लिया था. बिल सुनील शंकर राव पाल के नाम से बनवाया था. इस घटना के दो घंटे बाद ज्वैलर्स के पास मुंबई पुलिस का फोन आया और बताया गया कि जो पैसा आपके अकाउंट में ट्रांसफर हुआ है वह फिरौती का है. लेकिन यह नहीं बताया कौन से मामले का है.
ज्वैलर्स कारोबारी का कहना है कि उनको लगा कि डिजिटल अरेस्ट का मामला भी हो सकता है, ऐसे में इसकी जानकारी उन्होंने तुरंत पुलिस को दी. 5 दिसंबर को पता चला कि उनके खाते फ्रीज हो गए हैं.
एसएसपी मेरठ, विपिन ताडा-
दुकान पर आए दो लोगों ने आकाशगंगा ज्वैलर्स से भी सामान लिया था. 6 दिसंबर को ज्वैलर्स ने सभी डाक्यूमेंट्स लालकुर्ती थाने को दिए गए, जिसके बाद शाम तक उनका खाता खोल दिया गया, लेकिन वह रकम फ्रीज कर दी गई जो अकाउंट में आई थी. फिलहाल, ज्वैलर्स ने उन दोनों संदिग्ध व्यक्तियों की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दी है जो लोग उनके यहां खरीदारी करने आए थे.
वहीं, इस पूरे मामले में मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम ने कहा कि कुछ दिन पहले थाना लालकुर्ती में दो सर्राफ द्वारा तहरीर दी गई थी कि उनका अकाउंट मुंबई पुलिस द्वारा सीज कर दिया गया है. मुंबई पुलिस ने बताया कि यह अकाउंट किसी फ्रॉड से लिंक है. बात करने के बाद फिलहाल अकाउंट फ्रीज हटा दिया है लेकिन जो अमाउंट इस्तेमाल हुआ था उसको अभी लॉक रखा गया है. मुंबई पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.