दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोपी लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर उनसे ऑनलाइन गेमिंग और ट्रेडिंग एप्लिकेशन के जरिए पैसे जमा करवाता था. इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक STF अधिकारियों के अनुसार, आरोपी ठगी से प्राप्त रकम को 'म्यूल अकाउंट' के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में बदलते थे और फिर उसे हवाला नेटवर्क के माध्यम से बांट देते थे.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहन सिंह उर्फ रॉकी, अरमान और संयम जैन के रूप में हुई है. इन्हें नोएडा के सेक्टर 45 स्थित एक होटल से पकड़ा गया है. STF नोएडा के एडिशनल एसपी राज कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपियों ने अपने शिकारों को डिजिटल अरेस्ट कर उन्हें पैसे जमा करने के लिए मजबूर किया.
जांच में पता चला कि मोहन सिंह 2021 में टैक्सी चालक था और इस दौरान वह राजन नामक व्यक्ति के संपर्क में आया, धीरे-धीरे वह साइबर ठगी के लिए बैंक अकाउंट उपलब्ध कराने लगा.
इसके बाद, रोहन अग्रवाल और हर्षवर्धन गुप्ता भी इस गिरोह में शामिल हो गए और एक संगठित साइबर ठगी गैंग बना लिया. दो महीने पहले संयम जैन और अरमान भी इस गैंग में शामिल हो गए थे.
जांच के दौरान STF को पता चला कि इस गिरोह ने 51 लाख रुपये की ठगी एक शख्स से की. 15 लाख रुपये एक महिला से ठगे, जिसे उन्होंने डिजिटल अरेस्ट किया था. मुंबई में एक महिला को ऑनलाइन निवेश के नाम पर 25 लाख रुपये का चूना लगाया.
देशभर में फैला है गिरोह का जाल
पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह ने देशभर में कई लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाया और अलग-अलग जिलों में इनके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हैं. STF मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.