यूपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा के सीनियर नेता दारा सिंह चौहान सोमवार को बीजेपी में शामिल हो गए हैं. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई है. हाल ही में दारा सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसके बाद घोसी के विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था.
#WATCH | Dara Singh Chauhan, who resigned from Samajwadi Party, joins BJP in Lucknow, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/i5PpWPaOlb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 17, 2023
दारा सिंह चौहान की वापसी पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने मोदी जी के नेतृत्व में निकली विकास यात्रा को अपना समर्थन देते हुए बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है. बीजेपी यूपी की ओर से भूपेंद्र चौधरी का बयान ट्वीट किया गया, "प्रदेश के वरिष्ठ नेता, गरीबों-पिछड़ों की आवाज उठाने वाले पूर्व मंत्री श्री दारा सिंह चौहान ने मोदी जी के नेतृत्व में निकली विकास यात्रा को अपना समर्थन देते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है, मैं उनका पार्टी परिवार में स्वागत करता हूं."
NDA को मिली मजबूती :डिप्टी सीएम
दारा सिंह से पहले सुभासपा चीफ ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए में शामिल होने की घोषणा कर दी है. राजभर को एनडीए में लाने में अहम भूमिका निभाने वाले यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि एनडीए मजबूत हुआ है. पीएम मोदी ने अलख जगाने का काम किया है. राजभर मित्र हैं, वह लगातार मेरे संपर्क में थे. भले ही वह दूसरे दल में थे, लेकिन हमारी बातचीत हो रही थी. उनके विपक्ष में जाने पर मैंने कहा था कि पीड़ा होगी, वही हुई, लेकिन उन्होंने मेरी बात मानकर वापसी कर ली है.
इसके अलावा उन्होंने दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी पर कहा कि बीजेपी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो सबको साथ लेकर चलती है. बेंगलुरु में आज होने वाली विपक्षी दलों की बैठक पर डिप्टी सीएम ने कहा कि विपक्षी दल केवल कुर्सी के लिए इकट्ठा हो रहे हैं, उनका टारगेट केवल मोदी को हटाना है. इस बैठक का कोई मतलब नहीं है.
दारा सिंह ने BSP से शुरू की थी राजनीति
दारा सिंह चैहान पूर्वांचल के कद्दावर नेताओं में से एक हैं. दारा सिंह ने अपना राजनीतिक सफर बसपा से शुरू किया था. वह 1996 और 2000 में राज्यसभा सदस्य थे. उन्होंने 2009 में बसपा के टिकट से घोसी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था. वह यह चुनाव जीत गए थे. इसके बाद 2015 में वह बीजेपी शामिल हो गए थे. उन्होंने 2017 के विधानसभा का चुनाव लड़ा था. इसके बाद वह 2022 में बीजेपी से समाजवादी पार्टी में आ गए थे.