योगी सरकार की एंटी रोमियो स्क्वायड की तर्ज पर दिल्ली सरकार ने ईव टीजिंग और उत्पीड़न पर रोक लगाने के लिए शिष्टाचार स्क्वायड का गठन करने का फैसला लिया है. यह स्क्वायड एंटी रोमियो स्क्वायड की तरह ही काम करेगा. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मनचलों और शोहदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए प्रदेश में एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया था.
एक न्यूज एजेंसी को यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप मनचलों और शोहदों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड का गठन किया गया था. इसके लिए प्रदेश के हर थाने में महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों की अलग से तैनाती की गयी थी. इसमें शामिल पुलिसकर्मी को स्कूल, काॅलेज, मुख्य बाजारों, मंदिर, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर गश्त कर बेटियों, महिलाओं से बातचीत कर उन्हें सुरक्षा के संबंध में जागरूक करना था. साथ ही मनचलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना था.
डीजीपी ने बताया कि सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश भर में लगातार एंटी रोमियो स्क्वायड द्वारा अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत 22 मार्च 2017 से 5 फरवरी 2025 तक 1,08,85,450 स्थानों पर 4,00,58,562 व्यक्तियों को चेक किया गया है. वहीं अभियान के दौरान 24,009 अभियोग दर्ज करते हुए 32,291 व्यक्तियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की गयी, जबकि 1,47,04,311 व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया.
कैसा होगा शिष्टाचार स्क्वाड :
दिल्ली में बनने वाले ईव टीजिंग स्क्वाड में एक इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर, 8 कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल होंगे. जिनमें 4 महिला पुलिसकर्मी होंगी. इसके साथ ही स्पेशल यूनिट से एक पुलिसकर्मी तकनीकी सहायता के लिए साथ में रहेगा. इलाकों में गश्त करने के लिए स्क्वाड के पास कार और दोपहिया वाहन भी रहेंगे. सभी संवेदनशील इलाकों में स्क्वाड की तैनाती होगी.
स्क्वाड में तैनात पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में तैनात रहेंगे. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का भी निरीक्षण करेगी स्क्वाडस्क्वाड पब्लिक ट्रांसपोर्ट में औचक निरीक्षण करेगा, डीटीसी चालकों, कंडक्टरों और यात्रियों बातचीत करेगा. और पीड़ितों को शिकायत देने के लिए मोटिवेट करेंगे. स्क्वाड के जवान RWA और लोकल वालंटियर के टच (संपर्क) में भी रहेंगे, जिससे कि संवेदनशील जगहों की जानकारी मिलती रहे.
सीनियर अफसरों को देनी होगी रिपोर्ट
इसके अलावा स्क्वाड हर हफ्ते जो भी ड्राइव करेगा, उसकी रिपोर्ट सीनियर अफसरों को देनी होगी. साथ ही शिष्टाचार स्क्वाड के परिचालन और प्रभाव को बढ़ाने के लिए दिल्ली पुलिस अकादमी ने सभी तैनात कर्मियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किए हैं. डीसीपी (जिला) को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी स्क्वाड के सदस्य इस संरचित प्रशिक्षण से गुजरना होगा.साथ ही शिष्टाचार स्क्वाड के परिचालन और प्रभाव को बढ़ाने के लिए दिल्ली पुलिस अकादमी ने सभी तैनात कर्मियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किए हैं. डीसीपी (जिला) को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी स्क्वाड के सदस्य इस संरचित प्रशिक्षण से गुजरना होगा.
(इनपुट : अरविंद ओझा )