उत्तर प्रदेश के देवरिया में ट्रेजरी दफ्तर के बाबुओं का हैरान कर देने वाला कारनामा सामने आया है. यहां इनकी मिलीभगत से एक मृत शिक्षक लगातार पिछले चार साल से पेंशन ले रहा है. जब इसकी शिकायत हुई तो विभाग में खलबली मचगई. DM दिव्या मित्तल ने बताया कि देखिए इसमें यह व्यवस्था रहती है कि हर एक पेंशनर को अपना प्रति वर्ष जीवित प्रमाण पत्र देना रहता है ताकि उसकी पेंशन जारी रहे. ऐसे में यह बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा है कि एक मृत व्यक्ति को पेंशन मिलती रही. इसमें जो सर्टीफिकेट दाखिल होता है उसे सिग्नेचर फ्रोज करके बनाया गया है .
उन्होंने कहा- इस क्रम में शिकायत दर्ज कराई जा रही है. पटल सहायक को हटाते हुए उनके निदेशालय को लिखा जा रहा है और जो पैसा दिया गया है उसके लिए नोटिस दे दिया गया है. आरसी के माध्यम से पूरे पैसे की वसूली की जाएगी.
गौरतलब है कि गौरी बाजार विकासखंड निवासी हीरा राय ने डीएम को शिकायत की थी कि उनके पिता स्वर्गीय बद्रीनारायण राय के दो बेटे हीरा राय, मुनेश्वर राय- एक माँ से है जबकि तीसरा बेटा प्रकाश राय दूसरी मां से है. हीरा राय ने बताया कि उनकी मां की मृत्यु के बाद पिता ने दूसरी शादी की थी जिससे प्रकाश राय का जन्म हुआ है. उन्होंने आगे बताया कि- सन 1985 से ही हम तीनों भाई अलग-अलग रहने लगे लेकिन पिता जी सबसे छोटे भाई के साथ रहते थे. पिता जी प्राथमिक विद्यालय रसौली में सहायक अध्यापक थे और 18 नवम्बर 2020 को उनकी मृत्यु हो गयी.
पिता की मौत के 4 साल बाद विरासत में नाम दर्ज कराने की बात आई तो पता चला कि मृत्यु प्रमाण पत्र ही नहीं बनावाया गया है. इसके बाद हमने सचिव से मिलकर डेथ सर्टिफिकेट बनवाया लेकिन पंजाब नेश्नल बैंक में पता चला कि लगातार चार से पिताजी के खाते में पेंशन आ रही है और प्रकाश राय लगातार ATM कार्ड से पैसा निकालते जा रहे हैं. ये बड़ी धोखाधड़ी की गई क्योंकि ट्रेजरी विभाग में प्रतिवर्ष पेंशन धारक को प्रस्तुत होकर जीवित प्रमाण पत्र दाखिल करना पड़ता है तब पेंशन बैंक खाते में ट्रांसफर होती है.
हीरा राय ने बताया कि इसके बाद हमने इसकी शिकायत ट्रेजरी ऑफिस में की लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया . फिर वह पूरे साक्ष्य के साथ जिलाधिकारी के पास इसकी शिकायत लेकर गए तब जाकर डीएम ने संज्ञान लेते हुए एक्शन लिया है. इसमें प्रकाश राय को नोटिस भेजा गया है और आर सी के माध्यम से पूरे पैसे की वसूली की जाएगी.