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देवरिया हत्याकांड में एक और बड़ा एक्शन, सरकारी जमीन पर बने प्रेमचंद यादव के मकानों पर शासन का नोटिस

सत्य प्रकाश दुबे की बड़ी बेटी जिसकी 2 साल पहले शादी हो चुकी है, उसने बताया कि जमीनी विवाद को लेकर प्रेमचंद से झगड़ा चलता था. कई बार शिकायत की गई. मगर, पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की गई. इसके चलते हमारे परिवार के लोगों को मार डाला गया.

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देवरिया हत्याकांड.
देवरिया हत्याकांड.

उत्तर प्रदेश के देवरिया में रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में 2 अक्टूबर को हुए हत्याकांड से गांव दहशत में है. वहीं, इस मामले में पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई भी जारी है. पुलिस ने मृतक प्रेमचंद यादव के मकान पर बेदखली की कार्रवाई के लिए राजस्व की टीम ने नोटिस चस्पा किया है. बताया गया है कि प्रेमचंद का मकान सरकारी जमीन पर बना हुआ है. इस घर के अलावा प्रेमचंद के दो अन्य मकानों पर भी नोटिस चस्पा किया गया है. 

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SDM, CO और तहसीलदार समेत 15 पर गिरी गाज

देवरिया हत्याकांड में SDM, CO और तहसीलदार समेत 15 पर गिरी गाज बीते दिन देवरिया में हुए दिल दहला देने वाले हत्याकांड में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई की थी. इस मामले में लापरवाह राजस्वकर्मियों और पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी. इसमें उपजिलाधिकारी, 1 क्षेत्राधिकारी, दो तहसीलदार, तीन लेखपाल, 1 हेड कांस्टेबल, 4 कांस्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और 1 थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. देवरिया हत्याकांड की समीक्षा के दौरान सीएम योगी ने कहा कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.

क्या है सत्यप्रकाश के बेटे, बेटी और जानने वालों का कहना

सत्य प्रकाश दुबे की बड़ी बेटी जिसकी 2 साल पहले शादी हो चुकी है, उसने बताया कि जमीनी विवाद को लेकर प्रेमचंद से झगड़ा चलता था. कई बार शिकायत की गई. मगर, पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की गई. इसके चलते हमारे परिवार के लोगों को मार डाला गया. इस बीच गांव में रहने वाले परम यादव ने बताया कि सत्य प्रकाश का परिवार बेहद गरीब था. मजदूरी करके अपना जीवन यापन करता था. वहीं प्रेमचंद यादव एक नेक इंसान था. वो सबकी मदद करता था. इस हत्याकांड में 27 लोग नामजद हैं. इसमें राजभर बिरादरी के लोगों पर भी पुलिस ने कार्रवाई की है.

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देवरिया हत्याकांड (फाइल फोटो).

इसके लेकर महिलाओं का कहना है कि घर के लोग मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं. खेत की सिंचाई करके सब लोग घर लौटे थे. पुलिस आई और उन्हें उठा ले गई. इस मामले में गुरुवार को शासन ने राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के 15 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी.

इसको लेकर मृतक सत्य प्रकाश दुबे के बेटे देवेश का कहना है कि यह कार्रवाई पहले हुई होती तो मां-बाप और भाई-बहनों की हत्या नहीं होती. मांग है कि उसकी संपत्ति वापस दिलाई जाए और आरोपियों के घर पर बुलडोजर चले. देवेश दुबे ने कहा, 'अधिकारी सस्पेंड हुए हैं तो हम क्या करें. हमारा परिवार तो चला गया. बकरे की तरह काट दिया गया. पहले अधिकारियों ने कुछ नहीं किया. उनके सस्पेंड होने से मां-बाप आ जाएंगे? नहीं आ पाएंगे. हम संतुष्ट नहीं हैं. मेरी प्रॉपर्टी है वापस दिलवाई जाए. साथ ही आरोपी का घर गिराया जाए'.

मृतक प्रेम यादव की कोठी और मृतक सत्यदेब दूबे का घर

यह है पूरा मामला

बता दें कि जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के टोला लेहड़ा में 2 अक्टूबर को सत्य प्रकाश दुबे के घर के पास प्रेमचंद यादव की हत्या हो गई थी. इसके बाद प्रेम यादव के समर्थकों ने सत्य प्रकाश के घर में घुस कर मौजूद सभी 6 लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया. चंद मिनटों में सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी दो बेटी एक बेटा समेत पांच सदस्यों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस वारदात में सत्य प्रकाश के 8 साल के बेटे अनमोल की हालत नाजुक बनी हुई है. उसे इलाज के लिए गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. सीएम योगी ने अस्पताल जाकर उसका हाल जाना था.
 

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