उत्तर प्रदेश के देवरिया हत्याकांड में दबंग प्रेम चंद यादव पुत्र राम भवन यादव के मकान पर राजस्व टीम ने कल शाम बेदखली का नोटिस चस्पा किया था. साथ ही 7 अक्टूबर यानि की आज तहसीलदार की कोर्ट संख्या 2 में स्वयं या अधिवक्ता के माध्यम से प्रस्तुत होकर कारण बताओ नोटिस का जवाब देना था. इस मामले में आज रामभवन यादव की छोटी बहू किरण और प्रेम यादव की बेटी कोर्ट पहुंचे. सुनवाई के बाद अब 9 अक्टूबर को तहसीलदार मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे और पक्ष सुनेंगे.
अधिवक्ता गोपीनाथ यादव ने कहा कि बताया एक नोटिस जारी किया, जिसमें वन विभाग की जमीन पर बाउंड्री वॉल और छप्पर से अतिक्रमण किया गया है, जबकि दो नोटिस साइलेंट थे. जिसे बताया नहीं गया था. अराजी संख्या 2726 में रकबा 20 एयर में 6 एयर पर मकान और बाउंडरी वाल दिखाया गया है जो नवीन परती की भूमि है. अराजी संख्या 2725 अराजी रकबा 45 एयर इसमे 20 एयर पर पक्की मकान और बाउंडरी वाल दिखाया गया यह भूमि खलिहान की है. अराजी संख्या 2742 रकबा 0.583 हेक्टेयर जमीन में 0.06 हेक्टेयर भूमि पर बाउंडरी वाल और छप्पर दिखाया गया है जो वन विभाग की भूमि है
पांच आरोपियों के मकान पर राजस्व टीम ने बेदखली का नोटिस चस्पा
देवरिया हत्याकांड में दबंग प्रेम चंद यादव पुत्र राम भवन यादव समेत पांच आरोपियों के मकान पर राजस्व टीम ने बेदखली का नोटिस चस्पा कर दिया है. नोटिस में लिखा गया है कि इन्होंने सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर अवैध तरीके से पक्का निर्माण कर कब्जा किया है. इसमें 7 अक्टूबर को तहसीलदार की कोर्ट संख्या 2 में स्वयं या अधिवक्ता के माध्यम से प्रस्तुत होकर कारण बताओ नोटिस का जवाब देना था.
कहा गया था कि नोटिस का जवाब नहीं देने पर तहसील प्रशासन द्वारा एकपक्षीय आदेश जारी कर दिया जाएगा और तय अवधि में अतिक्रमण जमीन या मकान के हिस्से को ढहा दिया जाएगा. आपको बता दें कि लेखपाल ने 2 दिन पूर्व उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 की धारा 67 के तहत तहसीलदार कोर्ट में 5 के खिलाफ वाद दाखिल किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई
जमीन विवाद में 6 की हत्या
गौरतलब है कि फतेहपुर ग्राम के लेड़हा टोला के रहने वाले सत्य प्रकाश दुबे और अभयपुर टोला के रहने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव के बीच जमीन का विवाद चल रहा था. इसमें सत्य प्रकाश के दुबे के छोटे भाई ज्ञान प्रकाश दुबे ने अपने हिस्से की जमीन प्रेमचंद यादव को बैनामा कर दिया थी, इसी को लेकर आए दिन विवाद चलता था.
सत्य प्रकाश दुबे द्वारा तहसील व पुलिस प्रशासन में यह शिकायत की गई थी कि प्रेमचंद यादव ने सरकारी जमीन खलिहान की जमीन वन विभाग की जमीन और सरकारी स्कूल की जमीन पर कब्जा कर मकान बनवाया है, लेकिन प्रेमचंद यादव की पुलिस व प्रशासन में अच्छी पकड़ होने के चलते फर्जी रिपोर्ट लगाकर मामले का निस्तारण किया दिया जाता था.
2 अक्टूबर को रुद्रपुर कोतवाली के फतेहपुर गांव में जमीनी विवाद में पहले प्रेम चंद यादव की हत्या की गई. उसके प्रतिशोध में सत्य प्रकाश दुबे समेत उनके परिवार के 5 सदस्यों की निर्मम हत्या की गई थी. इसमें सत्य प्रकाश की बड़ी बेटी शोभिता की तहरीर पर पुलिस ने 27 नामजद और 50 अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज करते हुए कुल 20 अभियुक्तो को जेल भेज दिया है.
सरकारी जमीन पर मिला कब्जा
नरसंहार होने के बाद जब मामला सुर्खियों में आया तो आनन-फानन में इन सभी आरोपियों की मकान व जमीन की पैमाइश कराई गई, जिसमें यह यह सामने आया कि इनके द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से अतिक्रमण कर कुछ हिस्से में पक्के मकान बनाये गए है,.
इस मामले में तहसील प्रशासन प्रेम यादव के घर पहुंचा और नोटिस दिया, लेकिन घरवालों ने उसे लेने से इनकार कर दिया, जिसके बाद 67 क के तहत 5 अभियुक्तो के मकानों पर बेदखली का नोटिस चस्पा कर दिया गया. इस कार्रवाई से गांव में हड़कंप मच गया है.
इसमें प्रेम यादव के पिता राम भवन के नाम से दो, भाई राम जी यादव, उनके चाचा परमहंस यादव, गोरख यादव समेत कुल 5 के खिलाफ नोटिस जारी किया गया. इस मामले में मुख्य राजस्व अधिकारी रजनीश राय ने बताया कि बेदखली के लिए नायब तहसीलदार द्वारा नोटिस चस्पा किया गया है आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी.