देवरिया हत्याकांड के बाद एक तरफ जमीन पर तनाव है, तो दूसरी तरफ इस मामले को लेकर सियासत भी हो रही है. बीते दिन मृतक सत्य प्रकाश दुबे और उनके परिवार के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें कई हजार लोग जुटे. इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बीजेपी विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने सपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये लोग मेरे ऊपर जातिवादी होने और हत्या करवाने का आरोप लगा रहे हैं. मैं इन्हें 1000 बार जांच कराने की चुनौती देता हूं. बीजेपी विधायक के इस बयान पर अब सपा नेता शिवपाल यादव की प्रतिक्रिया आई है. शिवपाल ने कहा कि आप (शलभमणि त्रिपाठी) सियासी रोटी सेंकना बंद करें.
शलभमणि के बयान पर शिवपाल का पलटवार
शिवपाल यादव ने ट्विटर (अब X) पर लिखा- "देवरिया कांड पर माननीय विधायक कह रहे हैं कि अगर सपा की हैसियत है तो उनकी एक हजार जांच करा लें. विधायक जी, सपा तो विपक्ष में है. आप सियासी रोटी सेंकना बंद कर प्रशासन की जवाबदेही व जिम्मेदारी तय करा लें और अगर पीड़ितों को निष्पक्ष न्याय दिलाने की आप में हैसियत हो तो न्याय जरूर दिला दें."
आपकी सरकार का आतंक लोग भूले नहीं: शलभमणि
शिवपपाल यादव के पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए देवरिया सदर से बीजेपी विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने लिखा- "माननीय शिवपाल जी, आपकी सरकार का आतंक लोग भूले नहीं है. ये पूरा विवाद ही 2014 से शुरू हुआ, जब आप सत्ता के मद में अन्याय करा रहे थे. जवाहरबाग से लेकर देवरिया तक जमीनें कब्जा करा रहे थे. आज भी सपा भले विपक्ष में हैं पर अराजकता ही इसकी पहचान है. योगीजी की सरकार है इसीलिए न्याय की उम्मीद है. बाकी फिर कहता हूं एक हजार मुकदमे करा लीजिए या धमकियां दिलवा लीजिए, न डरा हूं, न डरूंगा, गुंडों को गुंडा कहूंगा, भू माफिया को भूमाफिया... सादर प्रणाम."
गौरतलब है कि रविवार को दुबे परिवार की श्रद्धांजलि सभा में बोलते हुए शलभमणि त्रिपाठी ने कहा था कि समाजवादी पार्टी के गुंडे मेरे ऊपर आरोप लगा रहे हैं कि मैंने ये हत्या करवाई है और देवेश दुबे हत्यारा है. उसे गिरफ्तार करो. मैं इस पर उन्हें चुनौती देना चाहता हूं कि मेरी चाहे 1000 बार जांच करवा लें. उन्हें कुछ भी नहीं मिलेगा. क्योंकि वे लोग सिर्फ झूठे आरोप लगा रहे हैं. मैं सपा की गीदड़ धमकियों से डरने वाला नहीं. ये लोग सिर्फ सोशल मीडिया पर ही मुझे धमकियां दे सकते हैं. सामने कुछ कहने की इनकी हिम्मत नहीं है.
बता दें कि देवरिया कांड पर इससे पहले शिवपाल यादव ने कहा था कि बीजेपी वालों को दोनों परिवार के बच्चों से मिलना चाहिए और उन्हें सांत्वना देनी चाहिए. मगर ऐसा नहीं हुआ. हम जब वहां जाएंगे तो दोनों (प्रेम यादव और सत्य प्रकाश दुबे) के यहां जाएंगे. दोनों के परिवारों से मिलेंगे. इसके साथ ही शिवपाल ने जघन्य हत्याकांड की निष्पक्ष जांच की मांग भी की थी.
अखिलेश यादव भी दे चुके हैं बयान
मालूम हो कि इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव का भी बयान सामने आ चुका है. उन्होंने देवरिया केस में बुलडोजर एक्शन की आहट के बीच X पर लिखा था- "देवरिया कांड में अगर किसी भी पक्ष के साथ अन्याय हुआ तो ये भी एक अपराध होगा. शासन-प्रशासन का दायित्व है कि वो वातावरण को तनावमुक्त करे व रखे और ऐसा कोई भी काम न करे जो माहौल बिगाड़े. शांति की कोशिश का अंत किसी की हत्या या हत्या का प्रतिकार नहीं हो सकता और न ही ऐसी वारदातें किसी सत्ता के लिए सियासी फ़ायदा उठाने का मौका होनी चाहिए."
अब तक क्या-क्या हुआ?
दरअसल, 2 अक्टूबर की सुबह जमीनी विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या हुई थी. इससे गुस्साए लोगों ने सत्य प्रकाश दुबे के घर में घुसकर 5 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. मामले में दोनों पक्षों ने मुकदमा दर्ज करवाया है. सत्य प्रकाश दुबे की बड़ी बेटी शोभिता द्विवेदी की ओर से 27 नामजद और 50 अज्ञात सहित 77 लोगों के खिलाफ 302(हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के अलावा अन्य गंभीर धाराओं मे FIR दर्ज कराई गई है.
वहीं, प्रेमचंद यादव की पक्ष की तरफ से सत्य प्रकाश समेत दुबे परिवार के 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है. हालांकि, उन सभी की हत्या हो चुकी है. ऐसे में पुलिस अब इस केस में फाइनल रिपोर्ट लगाने की तैयारी कर रही है. फिलहाल, मामले में अब तक 20 से ज्यादा हत्यारोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. पूरे गांव में पुलिस का पहरा है. नेताओं का मृतकों के घर आने-जाने का सिलसिला जारी है.
बुलडोजर एक्शन का खौफ
बीते हफ्ते देवरिया कांड में लापरवाही बरतने वाले पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों पर सीएम योगी ने एक्शन लिया था. सीएम ने जघन्य हत्याकांड को लेकर पुलिस और राजस्व विभाग के 15 अधिकारियों और कार्मचारियों के खिलाफ निलंबन व विभागीय जांच के निर्देश दिए थे. इसमें कई कर्मचारी और अधिकारी ऐसे भी हैं जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं.
इस बीच बुलडोजर एक्शन का खौफ भी साफतौर पर देखने को मिल रहा है. हाल ही में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव और उनके परिजन के घर पर ध्वस्तीकरण का नोटिस चस्पा कर दिया गया. इस पर सपा मुखिया अखिलेश यादव का बयान आया. अखिलेश ने X पर लिखे पोस्ट में योगी सरकार को इशारों में एहतियात बरतने की सलाह दे डाली. साथ ही उन्होंने शांति बनाए रखने की दिशा में कदम उठाने की अपील की.