देवरिया हत्याकांड के मुख्य आरोपी नवनाथ मिश्रा उर्फ पट्टू को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्याकांड में इस्तेमाल रायफल को भी बरामद किया है. बताया गया कि नवनाथ मिश्रा ने इसी रायफल से 2 अक्टूबर को वारदात को अंजाम दिया था. नवनाथ मृतक प्रेमचंद यादव का करीबी है. अब इस मामले में उसकी पत्नी सुनीता मिश्रा का बयान सामने आया है.
सुनीता ने दावा किया है कि उसका पति घटना वाले दिन मौके तक पहुंचा ही नहीं था. झूठे आरोप लगाकर उसे फंसाया जा रहा है. वो प्रेमचंद यादव के लिए केवल ड्राइवरी का काम करता था. दो-ढाई सौ रुपये कमा लेता था. जब जमीन का झगड़ा प्रेमचंद यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच था तो पट्टू (नवनाथ) क्यों किसी को गोली मारेगा.
दरअसल, देवरिया हत्याकांड में अब तक 20 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. रविवार को पुलिस ने नवनाथ मिश्रा को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, नवनाथ ने ही प्रेमचंद की रायफल से तीन राउंड फायरिंग की थी. जिसमें लोग मारे गए. वो प्रेमचंद का राइट हैंड था और उसकी गाड़ी चलाता था. हालांकि, पुलिस के इस बयान से नवनाथ की पत्नी इत्तेफाक नहीं रखती है.
सुनीता मिश्रा ने कहा- घटना वाले दिन सुबह-सुबह देवरिया से रामजी यादव नाम के शख्स का फोन आया था. उसने नवनाथ से कहा कि पट्टू भाई प्रधान जी के इधर पहुंचो कुछ झगड़ा हुआ है. इसके बाद नवनाथ शौच के लिए चले गए, क्योंकि तुरंत सोकर उठे थे. 10-15 मिनट बाद बाहर निकले तो पैदल ही गांव की तरफ जाने लगे. तब तक वहां (घटनास्थल) प्रेमचंद पक्ष की भीड़ इकट्ठा हो चुकी थी. जब तक नवनाथ मौके पर पहुंचते हमला हो चुका था. पुलिस भी पहुंच गई थी. अब कौन रायफल लेकर गया, किसने गोली चलाई, इन सबके बारे में मुझे कुछ नहीं पता.
बकौल सुनीता- उसका पति खुद पुलिस के सामने गया था, लेकिन पुलिस वाले कह रहे हैं कि उन लोगों ने उसे गिरफ्तार किया है. झूठे आरोप लगाकर हम लोगों को फंसाया जा रहा है. रायफल भी उसके पास नहीं थी. मन करता है बच्चे सहित जहर खा लूं.
आरोपी नवनाथ मिश्रा की पत्नी सुनीता ने रोते-रोते अपने पति के बेगुनाह होने की बात कही. उसने कहा कि प्रेमचंद यादव के साथ रहने की वजह से पति को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है.
ये है पूरा मामला
बता दें कि देवरिया जिले में रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के फतेहपुर गांव में 2 अक्टूबर को सुबह जमीनी विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई. इससे गुस्साए प्रेमचंद के पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के सत्य प्रकाश दुबे के घर में घुसकर हमला बोल दिया. फिर सत्य प्रकाश, उसकी पत्नी और उसके तीन बच्चों को गोली मारकर और धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी गई. जबकि एक बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया. वो अभी अस्पताल में भर्ती है.